पैसे लेकर सवाल पूछने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने मंगलवार को टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा पर बड़ा एक्शन लिया है. ईडी की टीम ने मोइत्रा पर केस दर्ज किया है. यह एफआईआर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज किया गया है. ऐसे आरोप हैं कि टीएमसी नेता ने FEMA (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) नियमों का उल्लंघन किया है. इससे पहले महुआ मोइत्रा को ईडी ने फेमा से जुड़े एक मामले में समन भेजकर 28 मार्च को पेश होने को कहा गया था.
उस समय मोइत्रा की ओर से कहा गया था कि फिलहाल वो लोकसभा चुनाव प्रचार में काफी व्यस्त हैं. ऐसे में वे पूछताछ के लिए उस समय पेश नहीं हो सकेंगी. ईडी की ओर से यह महुआ का तीसरा समन था. इससे पहले मोइत्रा ने ईडी को चिट्ठी लिखकर पेशी के लिए समय मांगा था. वह तीसरे समन पर भी ईडी के समक्ष पेश नहीं हो पाईं.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद निशिकांत दुबे ने रिश्वत लेकर सवाल पूछने को लेकर भ्रष्टाचार रोधी संस्थान लोकपाल को शिकायत की थी. इसकी जांच के आदेश दिए. इसके निर्देश दिए जाने के कुछ दिनों के बाद बीते माह सीबीआई ने इस मामले में मोइत्रा के परिसर की तलाशी ली. ईडी इस मामले में मनी ट्रेल की जांच कर रही है.
क्या था मामला
लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे का आरोप था कि मोइत्रा ने उद्योगपति गौतम अडाणी और पीएम नरेंद्र मोदी समेत अन्य लोगों पर निशाना साधने को लेकर दुबई के कारोबारी हीरानंदानी से ‘नकदी और उपहार’ हासिल किया. इसके एवज में सदन में सवाल पूछे थे. मोइत्रा ने इन आरोपों से इनकार का दावा किया. उनका दावा है कि उन्हें निशाना बनाया गया है. ऐसा इसलिए क्योंकि उन्होंने अडाणी समूह को लेकर सवाल किए थे.