प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नार्को टेरर केस में बड़ा एक्शन लिया. ईडी ने जम्मू से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त दो लोगों को अरेस्ट किया है. पकड़े गए लोगों की पहचान अरशद अहमद अली और फैयाज अहमद डार के रूप में सामने आई है.
ईडी ने इन दोनों को पीएमएलए के प्रावधानों के तहत गिरफ्तारी किया है. ये पूरा मामला आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग करने से जुड़ा है.
प्रवर्तन निदेशालय ने पकड़े गए दोनों लोगों को बाद में जम्मू स्थित स्पेशल कोर्ट (पीएमएलए) में पेश किया. ED ने कोर्ट से इन लोगों से पूछताछ के लिए हिरासत की मांग की थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकर कर लिया. कोर्ट ने ED को पकड़े गए लोगों की पांच दिन की हिरासत दे दी है.
प्रवर्तन निदेशालय के इस एक्शन को नार्को टेररिज्म के खिलाफ बड़ा कदम बताया जा रहा है. अब ईडी की कोशिश रहेगी कि आरोपियों से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से उनके कनेक्शन और फंडिंग को लेकर राज उगलवाए जाएं.
क्या है पूरा मामला
अरशद अहमद अली और फैयाज अहमद डार को नार्को टेरर केस में गिरफ्तार किया गया. इसमें जम्मू पुलिस ने एक एफआर दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने इसकी जांच की और यह पता लगा कि कैसे ये नार्को टेररिज्म और उससे रिलेटेड एक्टिविटी चल रही थीं. ईडी ने इसमें हिजबुल मुजाहिदिन का नाम बताया है. उसी ने इन लोगों को शामिल करते एक नार्को टेररिज्म का गैंग बना रखा था. ईडी इसमें जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है.
ईडी ने अपनी जांच में पता लगाया कि ये मॉड्यूल कैश या ड्रग्स का इस्तेमाल करके आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदिन को फंड कर रहा है. साथ ही जांच में ये भी पता लगा है कि जो सीमा पार से जो ड्रग्स आता है उसको आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. पकड़े गए लोग एक पुरानी कार से इस ड्रग्स की सप्लाई भी करते थे, जिसके बदले ये लोग कैश कलेक्ट करते थे और फिर उससे हिजबुल मुजाहिदिन को फंड करते थे.