ऐप के दुरुपयोग से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय का एक और एक्शन दिखा है. प्रवर्तन निदेशालय ने चीनी कंट्रोल वाली 9 कंपनियों के अकाउंट बैलेंस की जांच की और 9.82 करोड़ रुपये जमा राशि को जब्त कर लिया.
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत कई कंपनियों द्वारा ‘एचपीजेड’ नामक ऐप-आधारित टोकन और इसी तरह के अन्य ऐप के दुरुपयोग से संबंधित एक जांच के संबंध में यह कार्रवाई की.
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को बताया कि उसने कोलकाता स्थित एक मोबाइल गेम ऐप कंपनी के प्रवर्तक के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत 12.83 करोड़ रुपये मूल्य की बिटकॉइन जब्त की है.
कंपनी पर कई लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप है. जांच एजेंसी ने एक बयान में बताया था कि बिनैंस क्रिप्टो एक्सचेंज में आमिर खान नामक व्यक्ति के पास 77.62710139 बिटकॉइन है, जिसकी कीमत भारतीय मुद्रा में करीब 12.83 करोड़ रुपये है. ईडी ने बताया कि खान मोबाइल गेम ऐप ई-नगेट्स का मालिक है.
आमिर खान को यूपी से किया गया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि ईडी ने इस महीने की शुरुआत में खान और उसके पिता नसीर अहमद खान के कोलकाता स्थित परिसरों पर छापे मारे थे और इस दौरान 17.32 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे. आमिर खान को कोलकाता पुलिस ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था.
ईडी ने फरवरी 2021 में कोलकाता पुलिस द्वारा कंपनी और उसके प्रवर्तक के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर धनशोधन का मामला दर्ज किया है.
ईडी के अनुसार फेडरल बैंक के अधिकारियों द्वारा कोलकाता की एक अदालत में शिकायत दर्ज कराने के आधार पर पार्क स्ट्रीट थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. एजेंसी ने पाया कि खान ने गेम ऐप ई- नगेट्स शुरु किया था और इसका उद्देश्य लोगों के साथ ‘धोखाधड़ी’ करना था.
बता दें कि इसे पहले 16 सितंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने चीनी ऋण ऐप मामले में हालिया छापेमारी के बाद ‘ईजबज’, ‘रेजरपे’, ‘कैशफ्री’, ‘पेटीएम’ भुगतान गेटवे में रखी 46.67 करोड़ रुपये की राशि को फ्रीज किया था.
वहीं, फर्जी चीनी ऋण ऐप से जुड़े धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता में छापेमारी करके भारी मात्रा में नकदी जब्त की थी.