पिछले कुछ समय से देश की सियासत में प्रवर्तन निदेशालय यानी (ईडी) की जांच सुर्खियों में बनी हुई है. विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा है कि ईडी के अधिकारी मोदी सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं. हाल के समय में प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत और उनकी पत्नी से पूछताछ की.
उसके बाद बंगाल की मुख्यमंत्री ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी से शिक्षक भर्ती घोटाले में पूछताछ कर रही है. इसके अलावा नेशनल हेराल्ड केस में राहुल गांधी से कई दिनों तक भी अधिकारी पूछताछ कर चुके हैं.
राहुल गांधी के बाद नेशनल हेराल्ड मामले में ही सोनिया आंधी से आज ईडी के अधिकारी दूसरे दिन पूछताछ करने में लगे हुए हैं. जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं में जबरदस्त उबाल है. अब प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच जम्मू कश्मीर की ओर मोड़ दी है.
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को ईडी ने जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन घोटाले मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की. इसमें जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला समेत कई अन्य अधिकारियों के नाम भी है. साथ ही ईडी ने फारूक अब्दुल्ला को 27 अगस्त के लिए समन किया है.
हालांकि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई बयान नहीं आया है. बता दें कि फारूख अब्दुल्ला 2001 से 2012 तक जेकेसीए के अध्यक्ष थे और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) तथा ईडी द्वारा की जा रही जांच 2004 और 2009 के बीच कथित वित्तीय हेराफेरी के बारे में है. ईडी पहले ही 21 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क कर चुका है.