इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी से जुड़े कांग्रेस के आरोपों को भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने पूरी तरह से खारिज कर दिया. हरियाणा में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव को कांग्रेस ने लिखित शिकायत दी थी. इसके जवाब में ईसीआई की ओर से कहा गया है कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है और बैट्री का नतीजों पर किसी तरह का असर नहीं पड़ता है. ऐसे आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं. इसमें तथ्य न के बराबर हैं.
कांग्रेस को लिखी चिट्ठी में ईसीआई ने कहा कि वोटिंग और मतगणना के दिनों इस तरह के आरोप से अराजकता पैदा हो सकती है. बीते एक साल में पांच विशिष्ठ मामलों का हवाला देते हुए चुनाव आयोग ने लंबे समय से चुनावी अनुभव रखने वाली राष्ट्रीय पार्टी (कांग्रेस) से उचित परिश्रम करने और बिना किसी सबूत के चुनावी संचालन पर आदतन हमले से बचने को कहा है.
चुनाव आयोग ने स्पष्ट कहा कि सभी ईवीएम सुरक्षित हैं और बैटरी के स्तर से चुनाव परिणामों पर किसी तरह का असर नहीं पड़ता. ईसीआई ने हरियाणा के 26 रिटर्निंग अधिकारियों के हवाले से जवाब देते हुए कहा कि सभी चरणों में कांग्रेस प्रतिनिधियों की उपस्थिति दर्ज है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को बेबुनियाद बताते कहा कि ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित और स्वतंत्र होती है.
भारतीय चुनाव आयोग ने कहा कि ईवीएम को लेकर अदालत ने कई बार फैसले दिए हैं. इसमें कहा गया है कि ईवीएम छेड़छाड़ मुक्त और विश्वसनीय है.चुनाव आयोग ने कहा कि रिकॉर्ड में ऐसा कोई सबूत नहीं है, जिससे यह साबित हो सके कि ईवीएम अविश्वसनीय हैं या उनमें कोई खामी है. ईसीआई ने कहा कि सबूतों से न्यायालय में यह भरोसा पैदा होता है कि ईवीएम में छेड़छाड़ नहीं हो सकती है. इसके अलावा ईवीएम में वायरस या बग का प्रवेश करना मुमकिन नहीं है. अवैध वोटों को लेकर सवाल ही नहीं उठता है. चुनाव आयोग ने कहा कि वीवीपीएटी प्रणाली वाली ईवीएम मतदान प्रणाली की सटीकता तय करती है.
कांग्रेस का आरोप है कि 8 अक्टूबर को वोटों की गिनती के दौरान कुछ इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की बैटरी 99 फीसदी तक चार्ज थी. वहीं कुछ मशीनों की बैटरी 60 से 80 फीसदी थी. भाजपा को उस जगह अधिक वोट मिले जहां पर बैटरी 99 फीसदी चार्ज थी. वहीं कांग्रेस उस स्थान पर अधिक वोट मिले जहां पर बैटरी 60 से 80 फीसदी तक चार्ज थी.
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के बाद 20 विधानसभा क्षेत्र में चुनाव आयोग से दोबारा मतगणना की मांग की थी. आयोग को लिखे पत्र में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया. उससे हस्तक्षेप की मांग की गई थी. आपको बता दें कि कांग्रेस ने जिन विधानसभा क्षेत्र में शिकायत की है, उसकी लिस्ट इस प्रकार है. नारनौल, करनाल, डबवाली, रेवाड़ी, होडल (एससी), कालका, पानीपत सिटी, पटौदी (एससी), इंद्री, बड़खल, फरीदाबाद एनआईटी, नलवा, रानियां, पलवल, बल्लभगढ़, बरवाला, उचाना कलां, घरौंडा, कोसली और बादशाहपुर जैसे क्षेत्र शामिल हैं.