सोमवार को जम्मू, श्रीनगर, किश्तवाड़ सहित राज्य के कई भागों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि इस भूकंप से किसी तरह के जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. इसकी तीव्रता 5.5 बताई गई है. इसके हल्के झटके आसपास के राज्यों में महसूस किए. यह भूकंप करीब 4 बजे के आसपास आया.
इसकी गहराई कारगिल लद्दाख में 10 किलोमीटर बताई गई है. बीते एक साल में भूकंप के कई झटके देशभर में महसूस किए गए हैं. अभी तक इसकी अधिकतम तीव्रता 6 तक रही है. तब ये दिल्ली में आया था. इस दौरान देश में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है.
बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके लद्दाख में भी महसूस किए गए. इस भूकंप की वजह से स्थानीय लोगों के बीच दहशत का माहौल देखा गया है. आपको यह बता दें कि इन क्षेत्रों में काफी संख्या में पहाड़ियां हैं. तेज तीव्रता के भूकंप आने पर यहां पर भारी तबाही हो सकती थी.
नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर में आए इस भूकंप की तीव्रता का रिक्टर पैमाना 5.5 मापा गया है. वहीं एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, ये भूकंप 5.7 तीव्रता का था. आपको बता दें कि इस स्तर के भकूंप को बेहद खतरनाक की श्रेणी में रखा जाता है. नेशनल सेंटर फोर सिस्मोलॉजी की मानें तो यह भूकंप सोमवार को दोपहर 3 बजकर 48 मिनट पर आया था.
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में इससे पहले 18 जून को 24 घंटे के अंदर में छह बार धरती कांपी. लद्दाख के लेह में भूकंप की तीव्रता उस समय 4.3 थी. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने बताया कि इससे पहले पांच बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.