राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्र में 250 से अधिक स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल का पर्दाफाश करने के लिए रूस से संपर्क किया गया है. इस ई-मेल ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला रखी है. दिल्ली पुलिस को उस शख्स का सुराग मिला है. धमकी भेजने के लिए डोमेन (.ru) के साथ ईमेल खाता बनाया गया था. पुलिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार, संदिग्ध ने एक निजी ई-मेल सेवा प्रदाता के साथ पंजीकरण करने के बाद एक ईमेल आईडी ‘savariim@mail.ru’ बनाई. पहचान छिपाने के लिए एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग किया गया था.
281 शब्द लंबे ईमेल में कहा गया है कि स्कूलों में कई विस्फोटक उपकरण हैं. Mail.ru रूसी कंपनी VK की ओर से प्रदान की लाने वाली ई-मेल सेवा है. यह उसी तरह है जैसे Gmail या Outlook क्रमशः Google और Microsoft की ओर से प्रदान की जाने वाली ईमेल सेवाएं हैं.
पुलिस के अनुसार, सभी स्कूलों से ईमेल का विवरण एकत्र किया गया है. यहां पर उसकी जांच की गई है. सभी ईमेल को एक ही मूल से एक-एक करके स्कूलों को भेजा गया था. इसमें किसी अन्य ई-मेल आईडी का उपयोग नहीं किया गया है. सभी जानकारियों को एनसीबी(NCB) रूस को भेजा गया है. रूस से ई-मेल आईडी का रजिस्ट्रेशन करने वाला नाम, पता, संपर्क विवरण, वैकल्पिक ईमेल आईडी और संपूर्ण आईडी की जानकारी मांगी गई है.
अभी दूसरी ओर से जवाब का इंतजार हो रहा है. अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, कई स्कूलों की तलाशी अभियान पूरी हो गई है. ऐसा कोई भी संदिग्ध समान किस भी स्कूल से बरामद नहीं हुआ है. पुलिस इस ई-मेल के आईपी एड्रेस को खोजने में लगी थी.
आपको बता दें कि दिल्ली और एनसीआर के 250 से ज्यादा स्कूलों को बुधवार सुबह बम से उड़ाने धमकी वाले ई-मेल मिले थे. इसके बाद स्कूल प्रशासन और बच्चों के बीच दहशत देखी गई. इसके बाद बच्चों को यहां से आनन- फानन में निकालने की कोशिश की गई. अभिभावक अपने वाहनों से बच्चों को स्कूल लेने के पहुंचने लगे. सड़कों पर जाम के हालात देखे गए. बम खोजी टीम, बम निरोधक दस्ता, सर्च डॉग और फायर ब्रिगेड के अधिकारियों को दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में भेजा गया.
छात्रों को तुरंत घर भेज दिया गया
एहतियात के तौर पर कई स्कूल बंद कर दिए गए और छात्रों को तुरंत घर भेज दिया गया. इस मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत, दिल्ली पुलिस के विशेष सेल, शहर पुलिस की आतंकवाद विरोधी इकाई द्वारा आपराधिक साजिश और आपराधिक धमकी का केस दर्ज किया गया था.