दिल्ली में एमसीडी इलेक्शन के बाद आज मेयर डिप्टी मेयर का चुनाव होना था. इस बीच सदन में आप और बीजेपी पार्षदों के बीच जमकर हंगामा हुआ. बात मारपीट और हाथापाई तक पहुंच गई. दोनों पार्टियों के पार्षदों में धक्का मुक्की भी हुई. कुर्सियां भी चलीं. हंगामे के चलते आज दिल्ली मेयर का चुनाव स्थागित कर दिया गया है.
मनोनीत पार्षदों को शपथ दिलाने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायकों ने सदन में हंगामा किया. आप के पार्षदों का कहना है कि मनोनीत पार्षद गैरकानूनी तरीके से सदन में भेजे गए हैं उनको शपथ नहीं दिलाई जानी चाहिए.
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने सदन में हंगामे को लेकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने का कि 49 से 134 होते ही आप के पार्षदों ने शुरू की गुंडागर्दी. धक्के मारना, लड़ना झगड़ना, कानून को ना मानना ये ही सच है इस गुंडा पार्टी का. केजरीवाल खुद अपने घर बुला कर अफ़सर और नेतायो को धमकाते और पिटवाते हैं तो उनके चेलों से और क्या उम्मीद कर सकते हैं.”
सदन में हंगामें के बाद चुनाव की प्रक्रिया को एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई. आप ने 4 दिसंबर को हुए एमसीडी चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के 15 साल के लंबे शासन को समाप्त कर दिया. आम आदमी पार्टी, जिसने 134 सीटों के साथ दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का चुनाव जीता है.
दिल्ली में मेयर का चुनाव रोचक हो गया है. आम आदमी पार्टी के पास एमसीडी के सदन में बहुमत है, ये जानते हुए भी बीजेपी ने अपना मेयर उम्मीदवार उतारा है. आम आदमी पार्टी नंबर गेम में बीजेपी से कहीं आगे है. मेयर के चुनाव में 273 मेंबर्स वोट डालेंगे. बहुमत के लिए 133 का आंकड़ा चाहिए. आप के पास 134 पार्षद हैं. इसके अलावा 3 राज्यसभा सांसद और 13 विधायक हैं. वहीं, भाजपा के पास 7 सांसद और 1 विधायक मिलाकर कुल 113 वोट हैं.