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सीएम हाउस को लेकर दिल्ली में छिड़ी ऐसी जंग…

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देश की राजधानी दिल्ली में दिल्ली की मुख्यमंत्री का घर चर्चा में है. मुख्यमंत्री निवास सील होने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की पहली तस्वीर सामने आई है. आतिशी पैक सामान के साथ काम करती नजर आई हैं. दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने बुधवार को आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर आतिशी के सिविल लाइंस स्थित आधिकारिक आवास को जबरन खाली कराया गया और दावा किया कि उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना इसे बीजेपी के एक नेता को आवंटित करना चाहते हैं.

इसके बाद दिल्ली की राजनीति में बवाल मच गया है. आप की ओर आतिशी का पैक सामान के बीच काम करते हुए तस्वीर पोस्ट किया है. अब लग रहा है कि आप इस मामले पर पिक्चर पॉलिटिक्स कर रही है. क्योंकि जब अरविंद केजरीवाल ने घर छोड़ा था तो उन्होंने बकायदा एक वीडियो पोस्ट किया था. ऐसा लग रहा है आप इस मामले को मुद्दा बनाना चाह रही है.

आज आम आदमी पार्टी (AAP) कई नेता ने सीएम आतिशी की तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है. इसमें आतिशी अपने सामान पैक के साथ काम करते हुए नजर आ रही हैं. आप के नेता और सांसद संजय सिंह ने इसे लेकर X पर एक पोस्ट किया है. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है ‘देख लो भाजपाइयों! तुमने एक चुने हुए मुख्यमंत्री से उसका दिल्ली की जनता द्वारा दिया हुआ घर तो छीन लिया. लेकिन दिल्ली की जनता के लिए काम करने के जज़्बे को कैसे छीनोगे? तुमने नवरात्रि में एक महिला मुख्यमंत्री का जो घर का सामान उनके घर से फिंकवाया वो भी देख लो और दिल्ली की जनता के लिए उनका समर्पण भी देख लो.’

CMO के बयान के अनुसार, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी का सामान उनके आवास से हटा दिया गया है, जहां पहले उनके पूर्ववर्ती अरविंद केजरीवाल रहते थे. इस बीच, एलजी कार्यालय या भाजपा की ओर से इन आरोपों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.

आप नेता आतिशी ने सोमवार को अपना सामान सिविल लाइंस में 6 फ्लैगस्टाफ रोड स्थित दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचा दिया. यह बंगला नौ साल से अधिक समय से पार्टी के ही नेता और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल का घर था, जिन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद इसे खाली कर दिया था. इस बीच, उपराज्यपाल कार्यालय के सूत्र ने बताया कि बंगले के बारे में आप का दावा कि यह “दिल्ली के मुख्यमंत्री का आधिकारिक निवास” है, गलत है. सूत्र ने कहा कि जिस बंगले की बात हो रही है, वह मुख्यमंत्री का घर नहीं है और इसे किसी को भी आवंटित किया जा सकता है.

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