राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा का स्तर तेजी के साथ बिगड़ता जा रहा है. हवा में घुला जहर अब लोगों को परेशान कर रहा है. जहरीले धुएं के कारण लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषण का ये हाल तो दिवाली से पहले हैं.
आलम यह है कि दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 300 के पार निकल गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी के रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में है. जबकि दिवाली के दिन होने वाली आतिशबाजी दिल्ली की हवा को और बदतर कर सकती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर आज इस प्रकार रहा. आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 351, बवाना में 317, नरेला 302, बुराड़ी 292, द्वारका 275, रोहिणी में 292 दर्ज किया गया है. वहीं, वेदर एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार दिवाली अक्टूबर महीने में पड़ रही है. इससे भी खास बात यह है कि इस महीने में एक बार भी बारिश नहीं हुई है. राजधानी में मौसम परिस्थितियां विपरीत बनी हुई हैं. ऐसे में दिल्ली में इस बाद दिवाली दमघोंटू साबित हो सकती है. रिपोर्ट में बताया गया कि कल यानी मंगलवार को दिल्ली के आठ इलाकों में एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया. इनमें सबसे खराब स्थिति दिल्ली के मुंडका की रही, जहां एक्यूआई 325 रिकॉर्ड किया गया. जबकि अन्य 25 इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार ही रहा.
दिल्ली के अस्पतालों में सांस संबंधी रोगियों का इलाज कराने वाले लोगों की संख्या में इन दिनों तेजी से इजाफा हो रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से सांस के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. दिल्ली की खराब हवा ने बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर ज्यादा असर डाला है. इनको थोड़ी सी नाक बह रही है, थोड़ी खांसी आ रही थी. ऐसे में दिल और दमा के मरीजों के ज्यादा संकट खड़ा हो गया है. ऐसे मरीजों को बाहर जाने से परहेज करना चाहिए.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हवा का स्तर तेजी के साथ बिगड़ता जा रहा है. हवा में घुला जहर अब लोगों को परेशान कर रहा है. जहरीले धुएं के कारण लोगों को आंखों में जलन, सांस लेने में परेशानी और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. प्रदूषण का ये हाल तो दिवाली से पहले हैं.
आलम यह है कि दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 300 के पार निकल गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानी सीपीसीबी के रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में है. जबकि दिवाली के दिन होने वाली आतिशबाजी दिल्ली की हवा को और बदतर कर सकती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर आज इस प्रकार रहा. आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 351, बवाना में 317, नरेला 302, बुराड़ी 292, द्वारका 275, रोहिणी में 292 दर्ज किया गया है. वहीं, वेदर एक्सपर्ट्स की मानें तो इस बार दिवाली अक्टूबर महीने में पड़ रही है. इससे भी खास बात यह है कि इस महीने में एक बार भी बारिश नहीं हुई है. राजधानी में मौसम परिस्थितियां विपरीत बनी हुई हैं. ऐसे में दिल्ली में इस बाद दिवाली दमघोंटू साबित हो सकती है. रिपोर्ट में बताया गया कि कल यानी मंगलवार को दिल्ली के आठ इलाकों में एक्यूआई 300 के पार पहुंच गया. इनमें सबसे खराब स्थिति दिल्ली के मुंडका की रही, जहां एक्यूआई 325 रिकॉर्ड किया गया. जबकि अन्य 25 इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के पार ही रहा.
दिल्ली के अस्पतालों में सांस संबंधी रोगियों का इलाज कराने वाले लोगों की संख्या में इन दिनों तेजी से इजाफा हो रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से सांस के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. दिल्ली की खराब हवा ने बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर ज्यादा असर डाला है. इनको थोड़ी सी नाक बह रही है, थोड़ी खांसी आ रही थी. ऐसे में दिल और दमा के मरीजों के ज्यादा संकट खड़ा हो गया है. ऐसे मरीजों को बाहर जाने से परहेज करना चाहिए.