मेरठ के जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला भवन जमींदोज हो गया. इसमें एक ही परिवार के 14 लोग दब गए. अब तक 13 लोगों को निकाला जा चुका था, जिनमें से 10 की मौत बताई जा रही है. मृतकों में पिता और उसके तीन बच्चे शामिल हैं. दरअसल, कई दिनों से लगातार पड़ रही बारिश के दौरान शनिवार को लोहिया नगर क्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया. लगभग 50 साल पुरानी तीन मंजिला इमरात भरभरा कर गिर गई. एक ही परिवार के 14 लोग और दर्जनों मवेशी मलबे के नीचे दब गए. हादसे के बाद एडीजी से लेकर जिले के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे.
महिलाओं और बच्चों समेत 10 लोगों को रात तक निकाल लिया गया, जिनमें साजिद (40) और उसकी पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत आठ लोगों की मौत हो गई. कई लोगों की हालत गंभीर है. देर रात तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा. जाकिर कॉलोनी गली नंबर सात में 90 साल की बुजुर्ग महिला नफो उर्फ नफीस का 300 गज में तीन मंजिला मकान है.
बताया जाता है कि यह मकान लगभग 50 साल पुराना है. मकान के ग्राउंड फ्लोर पर नफो के बेटे डेयरी चलाते हैं. जबकि, ऊपर की दो मंजिलों पर नफो के बेटे साजिद पत्नी सायमा और नईम पत्नी अलीशा 5 वर्षीय बेटी रिमशा, नदीम पत्नी फरहाना, 2 वर्षीय बेटा हमजा, शाकिर पत्नी साहिबा समेत 15 रहते हैं.
क्षेत्रवासियों के मुताबिक शनिवार शाम करीब 4:30 बजे यह मकान अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया. तेज धमाके के साथ इलाके में हड़कंप मच गया. घटना के बाद मौके पर भी भीड़ पहुंच गई. चारों तरफ चीख-पुकार मच गई. जानकारी के बाद थाना पुलिस से लेकर एडीजी ध्रुवकांत ठाकुर, आईजी नचिकेता झा, कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीएम दीपक मीणा और एसएसपी विपिन ताडा सहित कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची.
पुलिस ने क्षेत्रवासियों की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया. संकरी गलियों के चलते जेसीबी और एंबुलेंस भी मौके पर नहीं पहुंच सकीं. लगभग पांच घंटे चली कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबी साजिद की पत्नी सायमा, महिला नफो उर्फ नफीस समेत सात लोगों को निकाला गया. साजिद (40) और उसकी दो पुत्री सानिया व रीजा और पुत्र साकिब समेत छह लोगों की मौत हो गई. सभी घायलों को अस्पताल भेजा गया. बताया गया कि मलबे में नफो का पूरा परिवार और डेयरी में पलने वाले लगभग 30 से अधिक मवेशी दब गए. एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में जुटी थी.