क्राइम

मणिपुर के हालात पटरी पर लौटने से पहले फिर बिगड़े, चुराचांदपुर में हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू

मणिपुर के हालात पटरी पर लौटने से पहले फिर बिगड़ गए हैं. मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हिंसा के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है. दरअसल रविवार देर शाम हमार जनजाति के नेता रिचर्ड हमार पर अज्ञात लोगों ने अटैक कर दिया था. इसके बाद सोमवार को हमार जनजाति के लोगों ने न्याय की मांग के लिए बंद का आवाहन किया. इसी बीच, इलाके में तनाव बढ़ गया और हमार जनजाति के एक समूह ने सुरक्षबलों पर पथराव कर दिया.


सुरक्षाबलों ने स्थिति को संभालने के लिए उपद्रवियों पर आंसू गैस के गोले छोड़े और हवाईफायरिंग की. इसके बाद से इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. चुराचांदपुर के अतिरिक्त जिला अधिकारी ने स्थिति को संभालने के लिए बीएनएस की धारा 163 लगा दी है. जिले में सुरक्षाबलों की संख्या को बढ़ा दिया गया है.

मणिपुर पुलिस का कहना है कि हमार इनपुई संगठन के महासचिव रिचर्ड हमार पर रविवार शाम जेनहांग लामका स्थित वीके मोंटेसरी परिसर के अंदर कुछ अज्ञात लोगों के रविवार को हमला कर दिया था. दरअसल, रिचर्ड अपनी गाड़ी से जा रहे थे, इस बीच, उनकी गाड़ी दोपहिया से टकराने से बची. दोपहिया वाहन सवार की इस वजह से रिचर्ड की कहासुनी हो गई. कहासुनी इतनी बढ़ गई कि दूसरे पक्ष ने तो रिचर्ड पर हमला ही कर दिया.

रिचर्ड के समर्थकों ने अपराधियों को तुरंत पकड़ने की मांग की. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे खुद कार्रवाई करेंगे. समाज के लोगों का कहना है कि ये कोई अकेली घटना नही है. आईटीएलएफ के सदस्यों को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है. इन कायरतापूर्ण कृत्यों की हम निंदा करते हैं.

बता दें, मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट के पहले दिन यानी नौ मार्च को सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई थी. झड़प में 40 लोग घायल हो गए थे. आठ मार्च से सभी इलाकों में सामान्य आवाजाही शुरू की गई थी. कुकी समुदाय के लोगों ने इस फैसले का विरोध किया.

Exit mobile version