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बिगड़ सकता है घर का बजट, इस वजह से फिर बढ़ सकते है दूध के दाम!

सांकेतिक फोटो

आम लोगों को दूध की कीमतों में कमी से अभी राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है. आने वाले दिनों में दूध की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है और मिल्क के दाम नए उच्च स्तर पर पहुंच सकते हैं, क्योंकि चारे और दूध देने वाले मवेशियों के कारण इसका उत्पादन प्रभावित हो रहा है. ऐसे में अगर आने वाले सालों में दूध के दाम में इजाफा हो सकता है. कंपनियां और किसान नुकसान की भरपाई के लिए दूध के दाम में इजाफा कर सकते हैं.

गेहूं मवेशियों के चारे में इस्तेमाल किया जाता है. गेहूं के निर्यात में बढ़ोतरी की वजह से पर्याप्त चारा नहीं मिल पा रहा है. वहीं गर्मी के बाद बारिश ने फसलों को ज्यादा नुकसान पहुंचाया है, जिस कारण मवेशियों के लिए चारे में कमी आई है. इसके अलावा दूध देने वाले पशुओं की संख्या में भी कमी आई है.

दूध में थोक मूल्य मुद्रास्फीति दिसंबर में 6.99 फीसदी और जनवरी में 8.96 फीसदी थी और फरवरी में 10.33 फीसदी पर पहुंच गई, जो लगतातार तीसरे महीने बढ़ रही है. एक्सपर्ट के मुताबिक दुनिया भर में अनाज की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच पिछले 15 महीने में खुदरा दूध की कीमत में 13 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण वैश्विक बाजार में आपूर्ति की कमी आई है. गेहूं, जौ और मक्का जो चारे के लिए प्रमुख अनाज हैं, इसका भी निर्यात बढ़ा है. ऐसे में उच्च निर्यात के कारण दूध उत्पादन में 70 से 75 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले चारे में 20 से 25 फीसदी की उछाल आई है.

बेमौसम बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है, जिससे न सिर्फ अनाज के उत्पादन में ही गिरावट आएगी, बल्कि पशुओं के चारे के उत्पादन में भी गिरावट होगी. चारे के लिए उच्च लागत की आवश्यकता होगी और ऐसे में दूध के दाम और बढ़ने की संभावना है.

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