कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दोनों अपने-अपने भाषणों में विरोधाभासी बयान दे रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री के “एक हैं तो सेफ हैं” नारे और मुख्यमंत्री योगी के “बंटेंगे तो कटेंगे” नारे को लेकर सवाल उठाए. खरगे ने कहा कि पहले मोदी और योगी यह तय करें कि देश में कौन सा नारा लागू होगा, ताकि जनता में भ्रम की स्थिति ना बने.
झारखण्ड के पलामू में छत्तरपुर विधानसभा क्षेत्र में सोमवार (11 नवंबर, 2024) को पब्लिक मीटिंग के दौरान मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, बटेंगे तो कटेंगे जैसे बयान कोई साधू का बयान है ? कोई साधू ऐसा बयान नहीं दे सकता. ये बात आतंकी कह सकते हैं ,आप नहीं . कोई नाथ संप्रदाय का साधू ऐसी बात कर ही नहीं सकता. हम डरेंगे तो मरेंगे , हम डरने वाले नहीं है.”
खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी-योगी का मकसद देश की एकता को खत्म करना है और अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इन नारों का मकसद देश में लोगों को बांटना है, ताकि वह अपने राजनीतिक स्वार्थ साध सकें. खरगे ने इस तरह की बयानबाजी को “दादागिरी” का प्रतीक बताया.
कर्नाटक में चुनावी समीकरणों पर टिप्पणी करते हुए खरगे ने कहा कि वह अब तक चार चुनावी सभाएं कर चुके हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि इस बार राज्य में गठबंधन की सरकार बनेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल मिलकर कर्नाटक में सत्ता हासिल करेंगे. महाराष्ट्र की राजनीति पर भी उन्होंने कहा कि गठबंधन वहां भी मजबूती से काम कर रहा है और सभी दल एकजुट होकर अपनी पहचान बना रहे हैं.
मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी पर देश को विभाजित करने की नीति अपनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के नारे विरोधाभासी हैं और इसका मकसद सिर्फ सत्ता को बनाए रखना है. कर्नाटक चुनाव में उन्होंने गठबंधन की जीत की उम्मीद जताई और महाराष्ट्र में भी सहयोगी दलों के एकजुट होने का भरोसा दिलाया.