बाबा के राज में न देर है, न अंधेर है; कानून तोड़ा है तो न सिर्फ सजा मिलेगी बल्कि बराबर मिलेगी. लखनऊ के लेवाना होटल की आग की कुछ तस्वीरें याद है न आपको, जहां बीते सोमवार को आग लगी थी. इस मामले में पुलिस ने होटल मालिक और महाप्रबंधक के ख़िलाफ़ ग़ैर इरादतन हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ़्तार कर चुकी है.
अब इस होटल लेवाना सुइट्स अग्निकांड मामले में सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में 19 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. शनिवार देर रात फायर ब्रिगेड, इलेक्ट्रिसिटी, लखनऊ विकास प्राधिकरण और आबकारी विभाग के 19 अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जो कर्मचारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन पर शासन के नियमानुसार कार्रवाई होगी.
गृह विभाग के चार, नियुक्त से एक, एलडीए के आठ, आबकारी विभाग के तीन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. बता दें कि 5 सितंबर को लगी इस आग में 4 लोगों की जान चली गई थी जबकि कई लोग अब भी घायल हैं.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम योगी ने जांच के आदेश दिए थे.सरकार ने संस्थान की विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं. निलंबित अधिकारी ऐसे सभी विभागों से आते हैं जिनकी ढिलाई के कारण 5 सितंबर को लगी आग में 4 लोगों की मौत हो गई. सीएम ने निर्देश दिया है कि जो अधिकारी सेवानिवृत्त हो चुके हैं, उन्हें नियमानुसार दंडित किया जाएगा.
गृह विभाग के अन्तर्गत सुशील यादव तत्कालीन अग्निशमन अधिकारी, योगेन्द्र प्रसाद अग्निशमन अधिकारी-द्वितीय, विजय कुमार सिंह मुख्य अग्निशमन अधिकारी, ऊर्जा विभाग के विजय कुमार राव सहायक निदेशक विद्युत सुरक्षा, आशीष कुमार मिश्रा अवर अभियन्ता, राजेश कुमार मिश्रा उपखण्ड अधिकारी, नियुक्ति विभाग के तहत महेंद्र कुमार मिश्रा पीसीएस (तत्कालीन विहित प्राधिकारी) लखनऊ विकास प्राधिकरण को निलम्बित करते हुए विभागीय कार्यवाही संस्थित की जाएगी.