भारत के तीसरे चंद्र मिशन, चंद्रयान-3 ने चंद्रमा की सतह की ओर अपने भ्रमण में सोमवार को महत्वपूर्ण गतिविधि का प्रदर्शन किया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज एक बार फिर चंद्रयान-3 की ऑर्बिट को घटाया है. आज किए गए सटीक युद्धाभ्यास (maneuvers) ने 150 किमी x 177 किमी की निकट-गोलाकार कक्षा हासिल की है. इसके साथ ही अंतरिक्ष यान चांद के चौथे ऑर्बिट में प्रवेश कर गया है.
बता दें कि जैसे-जैसे मिशन आगे बढ़ रहा है, इसरो द्वारा चंद्रयान-3 की कक्षा को लगातार कम करने और इसे चंद्र ध्रुवों पर स्थापित करने के लिए कदमों की प्रगति का निर्देश दिया जा रहा है.
इसरो ने X पर कहा, ‘कक्षा गोलाकार चरण शुरू हो गया है. आज किए गए सटीक अभ्यास ने 150 x177 किमी की निकट-गोलाकार कक्षा हासिल की है अगला ऑपरेशन 16 अगस्त, 2023 को लगभग सुबह 8.30 बजे के आसपास करने की योजना है.’
9 अगस्त को, इसरो ने चंद्रयान-3 को 174 किमी x 1,437 किमी की कक्षा में निर्देशित किया था और उससे तीन दिन पहले, 6 अगस्त की देर रात, अंतरिक्ष यान का दूसरा चंद्रमा-संबंधी कौशल, जो चंद्र कक्षा में प्रवेश के एक दिन बाद आया था. अंडाकार चंद्र कक्षा, अपोलोन (चंद्रमा से सबसे दूर बिंदु) पर अंतरिक्ष यान की ऊंचाई 18,074 किमी से घटाकर 4,313 किमी कर दी गई थी.