दिवाली से पहले किसानों को बड़ी राहत देते हुए केंद्र सरकार ने प्रमुख रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है. बुधवार को कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस फैसले की घोषणा की.
गेहूं के लिए एमएसपी में 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है. इसे 2,275 रुपये से बढ़कर 2,425 रुपये किया गया है. इसी तरह सरसों में 300 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. इसका एमएसपी अब 5,950 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. चने के लिए एमएसपी 210 रुपये बढ़ाकर 5,650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है.
इस कदम का उद्देश्य किसानों को वित्तीय राहत प्रदान करना और विशेष रूप से आगामी रबी सीजन के दौरान कृषि आय का सपोर्ट करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया. यह बढ़ोतरी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए सभी रबी फसलों के लिए की गई है. मसूर के एमएसपी में प्रति क्विंटल 275 रुपये की बढ़ोतरी की गई है. कुसुम के एमएसपी में प्रति क्विंटल 140 रुपये और जौ के एमएसपी में 130 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है.
सरकार जिस न्यूनतम दर पर किसानों से फसलों की खरीद करती है, उसे न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी कहा जाता है. हालांकि खुले बाजार में इन फसलों का रेट सरकार के एमएसपी से कम या ज्यादा हो सकता है. एमएसपी का संबंध फसलों की सरकारी खरीद से होता है. स्वामीनाथन आयोग ने एमएसपी औसत लागत से 50 फीसदी ज्यादा रखने की सिफारिश की थी ताकि छोटे किसानों को फसल का उचित मुआवजा मिल सके.