सोमवार को बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर 15वीं महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर निर्वाचित हुए हैं. वह निर्विरोध स्पीकर चुन लिए गए हैं. उन्होंने रविवार को नामांकन पत्र दाखिल किया था और वह निर्विरोध इसलिए निर्वाचित हुए क्योंकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी ने उनके खिलाफ कोई प्रत्याशी न उतारने का फैसला किया था. महायुति के पिछले कार्यकाल में राहुल नार्वेकर ढाई साल के लिए स्पीकर रहे थे. वह मुंबई की कोलाबा विधानसभा सीट से विधायक हैं. इस सीट से वह लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं.
विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के पहले दो दिन नवनिर्वाचित विधायकों ने शपथ ली. इनमें से केवल 9 विधायक शेष रह गए हैं, जिन्हें आज शपथ लेनी है. सत्र के पहले दिन विपक्ष ने सदन का बहिष्कार किया था और शपथ लेने से इनकार कर दिया था. विपक्षी दलों के सदस्यों ने 8 दिसंबर को शपथ ली.
हाल में संपन्न विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत हासिल हुआ और विपक्षी पार्टियों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है. महायुति ने 288 में से 230 सीटें जीत लीं, जबकि महा विकास अघाड़ी की तीनों पार्टियां संयुक्त रूप से 46 सीटें ही जीत पाईं. 15वीं लोकसभा में महायुति की घटक दल बीजेपी के पास 132 विधायक, शिवसेना के 57, एनसीपी से 41, जन सुरबाया शक्ति पार्टी के 2, राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी के एक, राष्ट्रीय समाज पक्ष के एक, निर्दलीय दो, राजर्शी साहू विकास अघाड़ी के एक, विपक्ष में शिवसेना-यूबीटी के 20, कांग्रेस के 16, सीपीएम के एक, एनसीपी-एसपी के 10, पीडब्ल्यूपी के एक, एआईएमआईएम के एक और सपा के दो विधायक हैं.
स्पीकर के चुनाव के बाद अब नई सरकार का फ्लोर टेस्ट होगा. इसके बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विधान मंडल के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे. अपने कार्यकाल के दौरान नार्वेकर ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना करार दिया था. इसके साथ ही उन्होंने अजित पवार के गुट वाली एनसीपी को असली शिवसेना बताया था. शिवसेना का गठन बालासाहेब ठाकरे और एनसीपी का गठन शरद पवार ने किया था.