सोमवार (1 अगस्त) को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी खत्म हो गई. 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी के आखिरी दिन स्पेक्ट्रम की बिक्री से सरकार को 1,50,173 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं. बता दें कि यह भारत में हुई अभी तक की सबसे बड़ी नीलामी भी है.
बता दें कि 5 जी स्पेक्ट्रम की यह नीलामी सात दिनों तक चली. 5जी नेटवर्क की स्पीड 4 जी नेटवर्क के मुकाबले 10 गुना तक ज्यादा होगी. 5 जी नेटवर्क के जरिए आप अपने मोबाइल पर किसी फिल्म को बस कुछ ही सेकेंडों में डाउनलोड कर सकेंगे. काउंटरप्वाइंट रिसर्च के अनुसार, भारत जहां 5जी युग की तैयारी कर रहा है, 5जी क्षमताओं वाले स्मार्टफोन का स्थापित आधार देश में 5 करोड़ को पार कर गया है.
सरकार ने पिछले हफ्ते बुधवार को लोकसभा में बताया था कि दूरसंचार सेवा प्रदाताओं द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान 5जी मोबाइल सेवा प्रारंभ करने की संभावना है. लोकसभा में दीपसिंह शंकरसिंह राठौड़ और रमेश बिधूड़ी के प्रश्न के लिखित उत्तर में संचार राज्य मंत्री देबुसिंह चौहान ने यह जानकारी दी थी.
सदस्यों ने पूछा था कि क्या सरकार की भारत में 5जी प्रौद्योगिकी शुरू करने की कोई योजना है. संचार राज्य मंत्री ने कहा कि 5जी सेवाओं को धीरे-धीरे शुरू करने और सेवाओं का वातावरण तैयार होने एवं मांग बढ़ने पर इसकी पूरी क्षमता प्राप्त करने की संभावना है.
26 जुलाई को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी आयोजित कराई गई थी. देश में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के पहले दिन 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां आईं थी. मुकेश अंबानी, सुनील भारती मित्तल और गौतम अडाणी की कंपनियों ने रेडियो वेव के लिए अबतक की सबसे बड़ी नीलामी के लिये बोली लगाई.