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‘Beating the Retreat’ 2023: विजय चौक पर बारिश के बीच ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह, सैन्य बैंड ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध

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शनिवार को बारिश के बीच देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के सामने विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में भारतीय शास्त्रीय रागों पर आधारित भारतीय धुनें बजाई गईं. इस मौके पर राष्ट्रपति और सशस्त्र सेना के सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मू शामिल हुईं.

रक्षा मंत्रालय, सेना, नौसेना, वायु सेना और राज्य पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के संगीत बैंडों द्वारा 29 मनोरम और पैर थिरकने वाली भारतीय धुनें बजाई गईं. समारोह में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे.

समारोह सामूहिक बैंड की ‘अग्नीवीर’ धुन के साथ शुरू हुआ, जिसके बाद पाइप्स और ड्रम बैंड द्वारा ‘अल्मोड़ा’, ‘केदारनाथ’, ‘संगम दूर’, ‘सतपुड़ा की रानी’, ‘भागीरथी’, ‘कोंकण सुंदरी’ जैसी मोहक धुनें सुनाई गईं. भारतीय वायु सेना के बैंड ‘अपराजेय अर्जुन’, ‘चरखा’, ‘वायु शक्ति’, ‘स्वदेशी’, जबकि भारतीय नौसेना के बैंड ने ‘एकला चलो रे’, ‘हम तैयार हैं’ और ‘जय भारती’ की धुनें बजाईं.

भारतीय सेना के बैंड ‘शंखनाद’, ‘शेर-ए-जवान’, ‘भूपाल’, ‘अग्रणी भारत’, ‘यंग इंडिया’, ‘कदम कदम बढ़ाए जा’, ‘ड्रमर्स कॉल’ और ‘ऐ मेरे वतन के’ धुनें बजाईं. इस कार्यक्रम का समापन ‘सारे जहां से अच्छा’ की सदाबहार धुन के साथ हुआ.

समारोह के मुख्य संचालक फ्लाइट लेफ्टिनेंट लीमापोकपम रूपचंद्र सिंह ने किया. जबकि सूबेदार दिग्गर सिंह आर्मी बैंड का नेतृत्व किया, नौसेना और वायु सेना के बैंड को कमांडर एम एंथोनी राज और वारंट ऑफिसर अशोक कुमार ने नेतृत्व किया. राज्य पुलिस और सीएपीएफ बैंड का नेतृत्व सहायक उप निरीक्षक प्रेम सिंह ने किया. नायब सूबेदार संतोष कुमार पांडेय के नेतृत्व में बुग्लेर्स प्रदर्शन किया और सूबेदार मेजर बसवराज वाग्गे के निर्देशन में पाइप और ड्रम बैंड बजाया गया.

यह समारोग देश के सबसे बड़े ड्रोन शो का गवाह बना. जिसमें 3500 स्वदेशी ड्रोन शामिल हुए. ड्रोन शो रायसीना पहाड़ियों पर शाम के आकाश को रोशन किया. यह स्टार्टअप इकोसिस्टम की सफलता, देश के युवाओं के तकनीकी कौशल को दर्शाता है और भविष्य के पथ-प्रदर्शक रुझानों का मार्ग प्रशस्त करता है. ड्रोन शो का आयोजन बोटलैब्स डायनेमिक्स द्वारा किया गया.

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी के दौरान नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर पहली बार 3डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया गया. हर साल 29 जनवरी को विजय चौक पर ‘बीटिंग द रिट्रीट’ समारोह चार दिवसीय गणतंत्र दिवस समारोह के समापण का प्रतीक है. जब रंगों और मानकों की परेड की जाती है तो यह राष्ट्रीय गौरव के तौर पर होता है.

यह समारोह 1950 के दशक की शुरुआत में अपनी उत्पत्ति का पता लगाता है जब भारतीय सेना के मेजर रॉबर्ट्स ने बड़े पैमाने पर बैंड द्वारा प्रदर्शन के अनूठे समारोह को स्वदेशी रूप से विकसित किया. यह सदियों पुरानी सैन्य परंपरा को चिह्नित करता है जब सैनिकों ने लड़ना बंद कर दिया. अपनी बाहों को म्यान में डाल दिया और युद्ध के मैदान से हट गए और रिट्रीट की आवाज पर सूर्यास्त के समय शिविरों में लौट आए.










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