यूपीएससी के सबसे मशहूर शिक्षकों में शामिल अवध ओझा ने राजनीति का दामन थाम लिया है. सोशल मीडिया पर मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर लोकप्रिय अवध ओझा ने अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ले ली है. पिछले कुछ समय से उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. इससे पहले भी एक बार उनके राजनीति में उतरने की चर्चा हुई थी.
अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेते ही कहा कि पार्टी जो भी काम देगी, वो उसे करेंगे. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अवध ओझा जी लाखों-करोड़ों युवाओं का नाम हैं. उन्होंने युवाओं को प्रेरणा दी है. वो युवाओं को एक अच्छा जीवन जीने के लिए संदेश देते हैं. इनके आने से देश में शिक्षा मजबूत होगी क्योंकि वो शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. राष्ट्रनिर्माण में शिक्षा का सबसे बड़ा महत्व है. अच्छे लोगों को राजनीति में लाया जाए ताकि वो अच्छा काम कर सके.
अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता लेते ही आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को धन्यवाद अदा किया. उन्होंने कहा- मुझे शिक्षा के लिए काम करने का मौका दिया है. आज मैं राजनीतिक पारी शुरू करने के मौके पर कहना चाहता हूं कि शिक्षा का विकास मेरे लिए सर्वोत्तम विकास है.
यूपीएससी शिक्षक अवध ओझा ने कुछ समय पहले आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी. तब से ही उनके जल्द ही आप में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी. यूपीएससी टीचर और मोटिवेशनल स्पीकर अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही इन खबरों पर विराम लग गया है. अब माना जा रहा है कि अवध ओझा दिल्ली में आप के टिकट पर चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.
अवध ओझा ने अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली है. इसके लिए आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दोपहर 12 बजे दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी. इसी में अवध ओझा को आम आदमी पार्टी में शामिल करने का ऐलान किया गया. दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 करीब हैं और ऐसे में माना जा रहा है कि अवध ओझा को भी टिकट मिल सकता है इससे उनका राजनीति में उतरने का सपना पूरा हो जाएगा.
अवध ओझा को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करवाने वाले टीचर के तौर पर जाना जाता है. वह पिछले 22 सालों से स्टूडेंट्स को यूपीएससी कोचिंग दे रहे हैं. अवध ओझा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं. सिर्फ इंस्टाग्राम पर ही 22 लाख लोग उन्हें फॉलो कर रहे हैं. अवध ओझा ने अपने कोचिंग करियर की शुरुआत इतिहास विषय के साथ की थी. 1992 में इलाहाबाद पहुंचने के बाद उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की थी. हालांकि, यूपीएससी के सभी अटेंप्ट पूरे होने के बाद भी वह यूपीएससी क्रैक नहीं कर पाए थे.