रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के लिए काम करने वाले एक साइंटिस्ट को महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने एक पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय जानकारी देने के आरोप में पुणे से गिरफ्तार किया है.
आरोपी डीआरडीओ में सीनियर पद पर रह चुका है और उसे बुधवार (तीन मई, 2023) को धरा गया था. एटीएस के अफसर ने इस बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि साइंटिस्ट कथित तौर पर वॉट्सऐप (WhatsApp) और वीडियो कॉल के जरिए पाकिस्तान के खुफिया कर्मचारियों के एक एजेंट के कॉन्टैक्ट में था. यह ‘मोहपाश में फंसाने’ (‘हनीट्रैप’ केस) का मामला है.
बयान के मुताबिक, साइंटिस्ट को मालूम था कि उसके पास जो आधिकारिक गुप्त जानकारी है अगर वह दुश्मन को मिल जाती है तो इससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है, फिर भी उसने यह जानकारी उपलब्ध कराई. आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम ( Official Secrets Act 1923) की संबंधित धाराओं के तहत मुंबई में एटीएस की कालाचौकी इकाई में मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है.
इस बीच, अंग्रेजी अखबार दि इंडियन एक्सप्रेस को एटीएस के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि डीआरडीओ की ओर से इस बारे में शिकायत मिलने के बाद हमने जांच की थी. बुधवार को आरोपी को अरेस्ट किया गया, जबकि गुरुवार को पुणे में उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां पर एटीएस के पास उसकी कस्टडी थी.