सोमवार को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी ने अपना कार्यभार संभाल लिया. मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालने के बाद भी सीएम आतिशी अरविंद केजरीवाल की कुर्सी पर नहीं बैठीं. इस दौरान वह पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल की कुर्सी के बगल में दूसरी कुर्सी पर बैठी नजर आईं. सीएम का पदभार संभालने के बाद आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के लिए कुर्सी खाली है.
उनका इंतजार रहेगा. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि, “आज मेरे मन में भी वही व्यथा है, जैसे भगवान राम जी के वनवास जाने पर भरत जी के मन में थी.”
दिल्ली की सीएम ने कहा कि, “भरत जी ने भगवान राम की खड़ाऊं रखकर शासन चलाया था. भगवान राम हम सभी के आदर्श हैं और केजरीवाल जी ने उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए दिल्लीवालों की सेवा की और मर्यादा का पालन करते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया.” उन्होंने आगे कहा कि, “मुझे विश्वास है कि अब दिल्लीवाले केजरीवाल जी को विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से विजयी बनाकर फिर से सीएम बनायेंगे. तब तक यह मुख्यमंत्री की कुर्सी केजरीवाल जी का इंतज़ार करती रहेगी.”
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनावों से अब बस 4-5 महीने का वक्त ही बचा है. ऐसे में केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री का पद संभाला है. इसी के साथ वह दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं. आतिशी से पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं.
बता दें कि आतिशी ने 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उनके साथ पांच अन्य विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी. आतिशी के बाद सबसे पहले सौरभ भारद्वार ने शपली और उनके बाद गोपाल राय, कैलाश गहलोत, इमरान हुसैन और सबसे आखिर में मुकेश अहलावत ने शपथ ली थी. बता दें कि मुकेश अहलावत दिल्ली कैबिनेट में नए सदस्य हैं. वह पहली बार के विधायक हैं और अब आतिशी सरकार में उन्हें मंत्री बनाया गया है.