जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की घड़ी है. तारीखों का ऐलान करने के लिए चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस जारी है, जिसमें चुनाव आयोग इन राज्यों में चुनाव तारीखों का ऐलान करेगा.
चुनाव आयोग की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. सियासी दलों से लेकर आम आदमी तक सभी को इन प्रदेशों में होने वाली चुनाव तारीखों का इंतजार है. ऐसे में अब उनका इंतजार खत्म होने वाला है. बता दें कि जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं.
चीफ इलेक्शन कमीश्नर (सीईसी) राजीव कुमार प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘2024 के लोकसभा चुनाव वर्ल्ड लेवल पर सबसे बड़ी चुनाव प्रक्रिया थी. यह सफलतापूर्वक और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. इसने मजबूत लोकतांत्रिक धरातल तैयार किया, यह बिना किसी हिंसा के शांतिपूर्ण रहा और पूरे देश ने चुनाव का उत्सव मनाया. हमने कई रिकॉर्ड भी बनाए. पहली बार दुनिया में सबसे ज्यादा मतदान हुआ.’
सीईसी राजीव कुमार ने आगे कहा, ‘हमने जम्मू-कश्मीर और हरियाणा का दौरा किया और इन जगहों पर चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया. लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. वे चुनाव प्रक्रिया में हिस्सा लेना चाहते थे. लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं. लोकसभा चुनाव के दौरान जम्मू-कश्मीर में मतदान केंद्रों पर लगी लंबी कतारें इस बात का सबूत हैं कि लोग न केवल बदलाव चाहते हैं बल्कि उस बदलाव का हिस्सा बनकर अपनी आवाज भी बुलंद करना चाहते हैं. जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकसभा चुनाव में बुलेट के बजाय बैलेट को चुना.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार कहते हैं, “जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 74 सामान्य, एससी-7 और एसटी-9 हैं. जम्मू-कश्मीर में कुल 87.09 लाख मतदाता होंगे, जिनमें से 44.46 लाख पुरुष, 42.62 लाख महिलाएं, 3.71 लाख पहली बार मतदाता और 20.7 लाख युवा मतदाता हैं. अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त को समाप्त होगी और 20 अगस्त को अंतिम मतदाता सूची भी प्रकाशित की जाएगी.”
370 आर्टिकल खत्म होने के बाद से ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराए जाने की मांग की जा रही थी. परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सीटों की संख्या बढ़ गई है. अब वहां 90 सीटों पर विधानसभा चुनाव होंगे. जम्मू में अब 43 तो कश्मीर में 47 सीटें होंगी. जम्मू क्षेत्र में सांबा, कठुआ, राजौरी, किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर में एक-एक सीट बढ़ाई गई है. वहीं, कश्मीर रीजन में कुपवाड़ा जिले में एक सीट बढ़ाई गई है.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर 2024 तक जम्मू कश्मीर में चुनाव कराने का आदेश दिया था. अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में ये पहला विधानसभा चुनाव होगा.जम्मू कश्मीर से पांच अगस्त 2019 को आर्टिकल 370 हटा दिया गया था.