जम्मू कश्मीर के कटरा में शुक्रवार तड़के करीब पांच बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विभाग केंद्र के मुताबिक रिक्टर स्केल पर भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.6 थी. इस भूंकप से जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. इस भूकंप की गहराई जमीन से 10 किलोमीटर नीचे दर्ज की गई. इससे पहले गत सोमवार को भी भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
13 फरवरी को सिक्किम के युकसोम में भूकंप के झटके सुबह 4 बजकर 15 मिनट के करीब महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.3 थी. राष्ट्रीय भूंकप विज्ञान केंद्र के मुताबिक ये झटके युकसोम से 70 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में आए. भूकंप से जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ.
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में मणिपुर के उखरूल में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था. एनसीएस के मुताबिक भूकंप के ये झटके चार फरवरी की सुबह 6 बजकर 14 मिनट पर महसूस किए गए.
उधर, सीरिया और तुर्की में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 40,000 से ज्यादा हो गई है. 7.8 तीव्रता वाले इस भूकंप से दोनों देशों में जान-माल की भीषण तबाही हुई है. दुनिया भर से राहत एवं बचाव टीमें दोनों देशों में राहत कार्य चला रही हैं. छह फरवरी को आए भूकंप के बाद मलबे में दबे लोगों के जिंदा बचे होने की उम्मीद अब धूमिल हो गई.
करीब 95 देशों की टीमें तुर्की में राहत कार्य चला रही हैं. भारत बड़े पैमाने पर दोनों देशों की मदद कर रहा है. भारतीय सेना की मेडिकल कोर ने वहां अस्पताल स्थापित किया है. जबकि एनडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं.
तुर्की और सीरिया में जलजले के बाद हाल के दिनों में दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. बीते दिनों फिलीपींस, न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इनमें न्यूजीलैंड में आए भूकंप की तीव्रता सबसे ज्यादा था. न्यूजीलैंड में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया.