नई संसद भवन के उद्घाटन समारोह से एक दिन पहले शनिवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर अधीनम लोगों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया.
इस दौरान अधीनम ने प्रधानमंत्री मोदी को सेंगोल सौंपा. बता दें कि यह सेंगोल सत्ता हस्तातंरण का प्रतीक है. भारत की आजादी के समय में देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू को यह सेंगोल सौंपा गया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान तमिलनाडु से संबंध रखने वाले और चांदी से निर्मित एवं सोने की परत वाले ऐतिहासिक राजदंड (सेंगोल) को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास स्थापित किया जाएगा.
अगस्त 1947 में सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को दिया गया यह रस्मी राजदंड इलाहाबाद संग्रहालय की नेहरू दीर्घा में रखा गया था.
नए संसद भवन के निर्माण में उपयोग की गई सामग्री देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई है. इसमें प्रयुक्त सागौन की लकड़ी महाराष्ट्र के नागपुर से लाई गई है, जबकि लाल और सफेद बलुआ पत्थर राजस्थान के सरमथुरा से लाया गया है.
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में लाल किले और हुमायूं के मकबरे के लिए बलुआ पत्थर भी सरमथुरा से लाया गया था. वहीं हरा पत्थर उदयपुर से, तो अजमेर के पास लाखा से लाल ग्रेनाइट और सफेद संगमरमर अंबाजी राजस्थान से मंगवाया गया है.