अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के लोकार्पण का सबको इंतजार है. पूरे देश और दुनिया से लोग इस मंदिर निर्माण में अपनी अपनी तरह से योगदान दे रहे हैं. लेकिन लखनऊ के एक शख्स ने सबका ध्यान खींचा. एक छोटे से सब्जी व्यवसायी ने मंदिर के लिए खास घड़ी तैयार की है. ये घड़ी एक साथ 9 देशों का समय बताएगी.
अनिल साहू ने बताया कि वह पिछले 25 सालों से इस घड़ी के बारे में सोच रहे थे. तब कहीं जाकर साल 2017 में उन्होंने इस घड़ी को अंतिम रूप देना शुरू किया. एक ही घड़ी एक ही सुई से एक ही समय पर नौ देशों का वक्त बताती है. जिसमें भारत, यूएई, रूस, जापान, अमेरिका और सिंगापुर जैसे देश शामिल हैं. उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में उनकी इस घड़ी का पेटेंट भी भारत सरकार की ओर से हो चुका है. पेटेंट में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई रीजनल साइंस सिटी के लोगों ने जहां पर इन्होंने पहली बार अपनी घड़ी पेश की थी.
अनिल साहू ने बताया कि उन्होंने नौ देशों का समय बताने वाली इस घड़ी को सबसे पहले डिजाइन किया था. फिर लंबा वक्त देकर इसे तैयार किया. वह बताते हैं कि पहली घड़ी उन्होंने लखनऊ शहर में ही मौजूद श्री खाटू श्याम मंदिर जो कि गोमती नदी के किनारे है वहां पर दी थी. इसके बाद दूसरी कोटवा धाम में दी और उसके बाद कुंतेश्वर महादेव मंदिर में दी. फिर एक घड़ी अयोध्या में चंपत राय को दी और हनुमानगढ़ को दी है. इसके अलावा अयोध्या के रेलवे स्टेशन पर भी इन्होंने अपनी घड़ी स्टेशन मास्टर को दी है. अब वर्तमान में इनके पास सिर्फ तीन ही घड़ी बची हैं.
अनिल साहू ने बताया कि वह अपने घर के इकलौते कमाने वाले हैं. वह एक बेटी की शादी कर चुके हैं. उनकी पत्नी लक्ष्मी, बेटी आंचल और बेटी अनु उनके साथ रहते हैं. सभी की जिम्मेदारी उनके ऊपर है. गोमती नगर के हनी मेन मंडी में वह लहसुन बेचते हैं. कोई दुकान न होने की वजह से जमीन पर बैठकर लहसुन बेचते हैं. कभी बिकता है कभी नहीं बिकता है.
अयोध्या में बने इस मंदिर की अपनी ही एक भव्यता है. इसके निर्माण में केवल एक शहर नहीं बल्कि पूरे भारत वर्ष और बाहर रह रहे भारतवंशियों ने अपना योगदान दिया है. अब आप सोच रहे होंगे कि भला यह कैसे हो सकता है? आपके इन सवालों का जवाब हमारे पास है. भगवान श्री राम के इस मंदिर में लगी हुई वस्तुएं भारत के कोने-कोने से आई हैं. इन्हीं में अब अनिल साहू की बनायी घड़ी भी शामिल हो गयी है.