तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास भयावह हादसा हुआ है. रेलवे स्टेशन के पास खड़ी एक ट्रेन के डिब्बे में आग लग गई, जिसमें 9 यात्रियों की मौत हो गई है. वहीं, 50 से अधिक यात्री घायल हुए हैं. समाचार एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी दी है. दक्षिण रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 10 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की है.
मरने वाले सभी यात्री उत्तर प्रदेश के हैं, जो धार्मिक यात्रा पर निकले थे. एएनआई ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि जिस कोच में आग लगी वो एक ‘प्राइवेट पार्टी कोच’ था, जो 17 अगस्त को उत्तर प्रदेश के लखनऊ से चला था.
दक्षिण रेलवे के बयान के अनुसार, 17 अगस्त को लखनऊ से चले एक प्राइवेट पार्टी कोच को 25 अगस्त को नागरकोली जंक्शन पर पुनलूर-मदुरै एक्सप्रेस में जोड़ा गया था और आज (26 अगस्त) सुबह मदुरै स्टेशन पर पहुंचा. पार्टी कोच को ट्रेन से अलग करके मदुरै स्टैबलिंग लाइन पर खड़ा किया गया था, जहां सुबह 5.15 बजे इसमें आग लग गई.
दक्षिण रेलवे के मुताबिक, कोच के अंदर अवैध रूप से गैस सिलिंडर रखा हुआ था, जिसकी वजह से आग लगी. मदुरै की जिला कलेक्टर संगीता ने हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि आज (शनिवार) सुबह मदुरै स्टेशन पर खड़े एक कोच में आग लग गई. कोच में उत्तर प्रदेश के श्रद्धालु यात्रा कर रहे थे.
जिला कलेक्टर ने आगे कहा, शनिवार सुबह जब उन्होंने काफी बनाने के लिए गैस जलाई, उसी समय सिलिंडर में ब्लास्ट हो गया और आग लग गई. 55 लोगों को कोच से निकाला गया. अभी तक 9 शव बरामद किए गए हैं.
दक्षिण रेलवे के आधिकारिक बयान के मुताबिक, प्राइवेट पार्टी कोच में सवार यात्रियों ने अवैध रूप से सिलिंडर रखा था, जो आग लगने की वजह बना. कई यात्री आग लगने का पता चलते ही ट्रेन से नीचे उतर गए थे. बयान में कहा गया है कि किसी अन्य कोच को नुकसान नहीं पहुंचा है.
पार्टी कोच को रविवार को चेन्नई लौटना था, जहां से इसे वापस लखनऊ जाना था. रेलवे के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति आईआरसीटीसी पोर्टल का इस्तेमाल करके पार्टी कोच बुक कर सकता है. इसका इस्तेमाल केवल यात्रा के लिए किया जा सकता है और इसमें आग लगने वाले सामान लेकर चलने की मनाही होती है.