नूंह| हरियाणा के नूंह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की शोभा यात्रा के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई अन्य घायल हो गए. वीएचपी की इस रैली में प्रमुख गौ रक्षक मोनू मानेसर की कथित मौजूदगी को लेकर तनाव चरम पर पहुंचने के बाद नूंह और गुरुग्राम में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और धारा 144 लागू कर दी गई है.
इस हिंसा के संबंध में अब तक 44 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और उनमें 70 नामजद लोगों को हिरासत में लिया गया है. वहीं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां अर्धसैनिक बलों और पुलिस बल की 20-20 कंपनियां तैनात की गई हैं.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी नूंह में उत्पन्न हुई स्थिति को लेकर बैठक की. सीएम खट्टर ने इस बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘नूंह में जो कुछ भी घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना का पता लगते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासन को तुरंत भेजा गया. एक सामाजिक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है, उसके ऊपर कुछ लोगों ने आक्रमण किया. इस दौरान पुलिस को भी निशाना बनाया गया.’
सीएम खट्टर ने इसके साथ ही कहा, ‘सुनियोजित और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से यात्रा को भंग किया गया, जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है. गाड़ियों को आग लगाई गई और आगजनी की घटना कुछ स्थानों पर सामने आई है. हालांकि फिलहाल नूंह समेत सभी जगह स्थिति सामान्य है.
नूंह के एसपी नरेंद्र सिंह बिजारणिया ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ताज़ा हालात की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बताया, ‘जिले में अलग-अलग स्थानों पर अर्धसैनिक बल की 20 कपंनियां तथा पुलिस बल की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं. इसके अलावा सुबह पुलिस बल द्वारा फ्लैग मार्च भी निकाला गया है और शाम को एक बार फिर फ्लैग मार्च निकाला जाएगा. धारा-144 की पालना सुनिश्चित की जा रही है और कर्फ्यू के नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उपद्रवियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. एस बिजारणिया ने कहा, ‘अब तक इस मामले में 44 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान में जुटी है और नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है. फ्लैग मार्च के दौरान भी कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है.