क्राइम

संभल हिंसा में तीन की मौत,स्कूल-इन्टरनेट बंद-जानिए हिंसा से जुड़ी 10 बड़ी बातें

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रविवार को संभल की जामा मस्जिद में अदालत के आदेश पर किये जा रहे सर्वेक्षण का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए और इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई. घटना में उपजिलाधिकारी और पुलिस क्षेत्राधिकारी समेत 20 लोग जख्मी भी हुए हैं. हिंसा के आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. मामले को लेकर राजनीति पर प्रबल है.

पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने वाहनों को जलाने की कोशिश की और पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उपद्रवियों ने गोलियां चलाईं और कुछ छर्रे हमारे पुलिसकर्मियों को लगे. हम वहां जांच कर रहे हैं जहां गोलियां चलायी गईं, खासकर दीपा सराय इलाके में.’’

हिंसा से जुड़ी बड़ी बातें-:

  1. अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के बाद फैले तनाव को देखते हुए संभल तहसील में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं और 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूल सोमवार को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. एक स्थानीय अदालत के आदेश पर गत मंगलवार को जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था जिसके बाद से संभल में पिछले कुछ दिनों से तनाव फैल गया.
  2. दरअसल स्थानीय अदालत में एक याचिका दाखिल करके दावा किया गया है कि जिस जगह पर जामा मस्जिद है, वहां पहले हरिहर मंदिर था. मुरादाबाद मंडल के आयुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने संभल में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि इस मामले में उपद्रवियों के दो तीन समूह थे जो लगातार गोलीबारी कर रहे थे और पुलिस प्रशासन ने सर्वेक्षण करने आई टीम को सुरक्षित तरीके से बाहर निकाला.
  3. उन्होंने बताया कि उपद्रव करने वालों में एक समूह के लोग नखासा में चले गये और पथराव शुरू कर दिया. सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन ने इन सभी को खदेड़ दिया. सिंह ने बताया कि इस हिंसा में 20 से 25 वर्ष के बीच की उम्र के तीन लोगों की मौत हुई है. मृतकों की शिनाख्त मोहल्ला कोट गर्वी निवासी नईम, सरायतरीन निवासी बिलाल और हयातनगर निवासी नोमान के रूप में हुई है.
  4. मंडल आयुक्त ने कहा कि इस हिंसा, गोलीबारी और पथराव में कुल 20 लोग जख्मी हुए हैं. वारदात में पुलिस अधीक्षक के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) संजीव कुमार के पैर में गोली लगी है जबकि उप जिलाधिकारी रमेश चंद्र का पैर की हड्डी टूट गई है. इसके अलावा संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार को भी छर्रे लगे हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो महिलाओं समेत 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. इसके पहले, एक अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों ने सड़क किनारे खड़ी मोटरसाइकिलों में आग लगाने की भी कोशिश की. अधिकारी ने बताया कि हिंसा के आरोपियों पर कठोर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.
  5. अधिकारियों ने बताया कि सर्वेक्षण की योजना सुबह के समय बनाई गई थी ताकि मस्जिद में होने वाली नमाज में व्यवधान न हो, जो आमतौर पर दोपहर में होती है. इस बीच, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने एक आदेश में संभल तहसील में कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल और कॉलेज सोमवार को बंद रखने के निर्देश दिये हैं.
  6. पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार विश्नोई ने संवाददाताओं को बताया कि मौके पर फिलहाल शांति है और संभल में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद करने का अनुरोध किया गया था जिसे शासन ने मंजूरी दे दी है. उनके मुताबिक, अब संभल तहसील में एक दिन के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों के मोबाइल की कॉल डिटेल और अन्य विवरण की जांच की जा रही है. एसपी ने कहा कि संभल थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और घायल पुलिसकर्मी अपना बयान दे रहे हैं और उनका मेडिकल परीक्षण भी कराया जा रहा है.
  7. समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर हुई कथित हिंसा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), सरकार और प्रशासन की ओर से राज्य के उपचुनाव में अनियमितताओं पर से ध्यान हटाने के लिए ‘‘रची गई.’’ इसी तरह का आरोप कांग्रेस ने भी लगाया है.
  8. स्थानीय प्रशासन के अनुसार विवादित स्थल पर अदालत के आदेश के तहत ‘‘एडवोकेट कमिश्नर’’ ने दूसरी बार सर्वेक्षण कार्य सुबह सात बजे के आसपास शुरू किया और इस दौरान मौके पर भीड़ जमा होने लगी. मुरादाबाद के मंडल आयुक्त ने कहा, ‘सर्वेक्षण शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा था, तभी मस्जिद के पास लोगों का एक समूह इकट्ठा हो गया और नारेबाजी करने लगा. जब पुलिस ने इलाके को खाली कराने का प्रयास किया, तो भीड़ में शामिल उपद्रवियों के एक समूह ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.’’
  9. संभल में पथराव और आगजनी पर राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘संभल में स्थिति नियंत्रण में है और हम हालात पर नजर रखे हुए हैं. स्थानीय पुलिस और प्रशासन के सभी अधिकारी मौके पर हैं. जल्द ही असामाजिक तत्वों की पहचान करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’’ शनिवार को पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई के तहत समाजवादी पार्टी के सांसद के पिता समेत 34 लोगों को शांति भंग की आशंका के मद्देनजर पाबंद किया गया. संभल की उप जिलाधिकारी (एसडीएम) वंदना मिश्रा ने बताया कि संभल के सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क के पिता ममलूकुर रहमान बर्क सहित 34 लोगों को पाबंद किया गया है.
  10. याचिकाकर्ता विष्णु शंकर जैन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘दीवानी न्यायाधीश (सीनियर डिविजन) चंदौसी के आदेश पर ‘एडवोकेट कमिश्नर’ ने सर्वेक्षण सुबह करीब सात बजे से शुरू किया, वहां की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी पूरी हुई और अब ‘एडवोकेट कमिश्नर’ 29 नवंबर तक अदालत में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.’’

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