पिछले 24 दिनों में रेलवे ट्रैक पर हुई घटनाओं के आपस में किसी संबंध की जांच के लिए एटीएस ने गहन छानबीन शुरू कर दी है। एटीएस के सीओ ने जिले में घटित घटनाओं की विस्तृत जानकारी एकत्र की।
मंगलवार को एटीएस के सीओ बृजेश कुमार ने पुलिस लाइन स्थित एसओजी कार्यालय का दौरा किया और वहां एसओजी और सर्विलांस प्रभारी से फर्रुखाबाद रेलवे ट्रैक पर हुई घटनाओं के बारे में जानकारी ली।
इन घटनाओं में एक समानता यह है कि सभी घटनाएं अंधेरे में अंजाम दी गई हैं, जिससे किसी संगठित साजिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को बेपटरी करने की साजिश के आरोपियों की खोज केंद्रीय जांच एजेंसियों ने तेज कर दी है, जो हजारों लोगों की जान को खतरे में डालने वाले इस गंभीर मामले को सुलझाने में जुटी हैं।
प्रारंभिक जांच में एटीएस और कानपुर पुलिस को कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिलने पर, केंद्रीय एजेंसियां अब देशभर में इसी तरह की घटनाओं को जोड़कर देख रही हैं। उनका संदेह है कि इन घटनाओं का उद्देश्य देश में अस्थिरता फैलाना हो सकता है।
उच्चस्तरीय सूत्रों के अनुसार, कानपुर और आसपास के क्षेत्रों में हाल ही में हुई तीन समान घटनाओं के बाद, केंद्रीय एजेंसियां अन्य राज्यों से भी जानकारी एकत्र कर रही हैं, ताकि इन घटनाओं के बीच किसी संभावित लिंक और किसी आतंकवादी संगठन की संलिप्तता का पता लगाया जा सके।
गृह मंत्रालय ने रेलवे को इन घटनाओं की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं और रेलवे ट्रैक की सुरक्षा के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन करने की हिदायत दी है। केंद्रीय एजेंसियों, पुलिस, और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी इस मामले में निरंतर समन्वय बनाए हुए हैं।