भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों से कथित यौन शोषण के मामले में आरोप तय होने का फैसला 18 अप्रैल तक सुरक्षित रखा गया है। सुनवाई दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में हुई, जहां पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आरोप तय करने के लिए उनके पास ठोस साक्ष्य होने की बात कही थी।
इस मामले में अब फैसला का इंतजार है, क्योंकि कोर्ट ने 18 अप्रैल तक के लिए फैसला सुरक्षित रखा है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य पेश किए हैं, जो इस मामले को और भी गंभीर बनाते हैं।
यह मामला राजनीतिक दलों के लिए भी चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि इससे न केवल उनके नाम पर धार्मिकता का सवाल उठता है, बल्कि यह भी उनकी राजनीतिक संज्ञान को प्रभावित कर सकता है।