क्राइम

साइबर क्राइम: ऑनलाइन साइबर ठगों से रहे सावधान, ऐसे करते हैं ठगी

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डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड एक गंभीर और बढ़ती हुई समस्या बन चुकी है, जिसमें अपराधी लोगों को ईमेल, या सोशल मीडिया के माध्यम से यह दावा करके धोखा देते हैं कि उन्हें डिजिटल अपराध के आरोप में गिरफ्तार किया जाएगा। इन मेल में यह कहा जाता है कि व्यक्ति की ऑनलाइन गतिविधियों में कोई कानूनी उल्लंघन पाया गया है, और इसके लिए उन्हें तुरंत एक भुगतान या व्यक्तिगत जानकारी प्रदान करनी होगी।

ऐसे में ठग एक विडिओ कल के माध्यम से व्यक्ति को उसके ही घर में कैद कर देते हैं और ठग अपना बैकग्राउंड पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम की अदालत कक्ष की तरह बना लेते हैं इसे देखकर व्यक्ति डर जाता हैं और डर के वजह से उसकी बातों में आ जाता हैं |कभी-कभी धमकी भरी भाषा का भी उपयोग किया जाता है, जिससे लोगों जल्दी में आकर भुगतान करने के लिए प्रेरित हो जाते है।

कभी कभी मेल में अटैचमेंट के माध्यम से फर्जी कोर्ट सम्मन, चालान या फिर फर्जी नॉटेरी किया हुआ भुगतान बिल भी भेजते हैं जिससे की लोग समझें कि यह कार्यवाही सही में हो रही है। इसका एक नमूना नीचे देखा जा सकता है।

जाने बचने का तरीका

भेजे गए मेल की जांच करें, देखे की मेल आधिकारिक विभाग का मेल हैं या नहीं

केवल आधिकारिक ट्रैफिक पुलिस या संबंधित सरकारी संस्थाओं से प्राप्त जानकारी पर भरोसा करना चाहिए।

किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतना और सीधे संबंधित विभाग से संपर्क करना एक सुरक्षित उपाय है।

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