बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की हत्या की एक और बड़ी साजिश रची गई थी है. लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने कथित तौर पर पाकिस्तानी हथियार सप्लायर से प्राप्त हथियारों से लैस, महाराष्ट्र के पनवेल में सलमान खान की कार पर हमला करके की तैयारी में थे. इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इस साजिश से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि, इससे पहले 14 अप्रैल को सलमान के मुंबई के बांद्रा में वाले फ्लैट के बाहर दो बाइक सवार लोगों ने गोलीबारी की थी.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने अपने कनाडा स्थित चचेरे भाई अनमोल बिश्नोई और सहयोगी गोल्डी बरार के साथ कथित तौर पर एक पाकिस्तानी हथियार डीलर से एके-47, एम-16 और अन्य हाई कैलिबर हथियारों के साथ सलमान खान के वाहन पर घात लगाकर हमला करने या उनके फार्महाउस पर हमला करने की प्लानिंग तैयार की थी.
गौरतलब है कि, सलमान खान के बांद्रा स्थित आवास के बाहर गोलीबारी की घटना के बाद, पुलिस ने चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया था, जिसमें विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात में पकड़ा गया, जबकि अनुज थापन और एक अन्य व्यक्ति को 26 अप्रैल को पंजाब में हिरासत में लिया गया था. इस गोलीबारी में कुल मिलाकर, छह गिरफ्तारियां की गई हैं, हालांकि अनुज थापन की पुलिस हिरासत में मौत हो गई.
वहीं दूसरी ओर पुलिस हिरासत में थापन की मौत ने मामले में कई सवाल खड़े कर दिए हैं. बॉम्बे हाई कोर्ट ने पेश की गई “अधूरी” ऑटोप्सी रिपोर्ट पर निराशा साधते हुए कहा कि, इसमें महत्वपूर्ण विवरण का अभाव है, जैसे कि थापन की गर्दन पर पाए गए “diagram of the ligature mark” और किसी अन्य संभावित चोटों की जानकारी.
थापन की मां रीता देवी ने 3 मई को एक याचिका दायर की, जिसमें आरोप लगाया गया कि उनके बेटे पर पुलिस हिरासत में शारीरिक हमला किया गया और प्रताड़ित किया गया, जिससे 1 मई को मुंबई अपराध शाखा लॉक-अप में उसकी मौत हो गई. जबकि पुलिस का कहना है कि थापन की मौत आत्महत्या से हुई, सुश्री देवी की याचिका में घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की गई है.