साउथ अफ्रीका के विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज हेनरिक क्लासेन ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने सोमवार को तत्काल प्रभाव से रेड बॉल क्रिकेट छोड़ दिया. यानी अब वह साउथ अफ्रीका के लिए टेस्ट क्रिकेट की जर्सी में खेलते नजर नहीं आएंगे. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी. 32 साल के हेनरिक क्लासेन ने दक्षिण अफ्रीका के लिए मजह चार टेस्ट मैच खेले हैं. हाल ही में भारत के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था. हालांकि, वनडे और टी20 सीरीज का हिस्सा थे.
क्रिकेट साउथ अफ्रीका की प्रेस रिलीज में हेनरिक क्लासेन ने कहा, बहुत सोचने के बाद मैं यह फैसला ले रहा हूं. मैंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. यह एक कठिन निर्णय है, क्योंकि टेस्ट मेरा पसंदीदा फॉर्मेट है. मैदान के अंदर और बाहर जिन चुनौतीओं का मैने सामना किया वहीं मुझे आज क्रिकेटर बनाया है. यह एक बेहतरीन सफर रहा है और मुझे खुशी है कि मैं अपने देश की तरफ से खेल सका.’
दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे कहा, ‘मेरी बैगी टेस्ट कैप अब तक मुझे दी गई सबसे कीमती कैप है. उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने मेरे रेड-बॉल करियर में भूमिका निभाई और मुझे उस क्रिकेटर के रूप में आकार दिया जो मैं आज हूं. लेकिन अभी एक नई चुनौती इंतजार कर रही है.’
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की वजह से क्लासेन को 2019 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला था. हालांकि, क्लासेन को वाइट बॉल क्रिकेट का स्पेशलिस्ट माना जाता है. दक्षिण अफ्रीका के लिए चार टेस्ट में हेनरिक क्लासेन ने सिर्फ 13 की औसत से 104 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 35 रन रहा. हालांकि, वनडे और टी20 में क्लासेन का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है. वह दक्षिण अफ्रीका के लिए वाइट बॉल क्रिकेट खेलते रहेंगे.
क्रिकेट साउथ अफ्रीका की प्रेस रिलीज में हेनरिक क्लासेन ने कहा, बहुत सोचने के बाद मैं यह फैसला ले रहा हूं. मैंने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है. यह एक कठिन निर्णय है, क्योंकि टेस्ट मेरा पसंदीदा फॉर्मेट है. मैदान के अंदर और बाहर जिन चुनौतीओं का मैने सामना किया वहीं मुझे आज क्रिकेटर बनाया है. यह एक बेहतरीन सफर रहा है और मुझे खुशी है कि मैं अपने देश की तरफ से खेल सका.’
दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज ने आगे कहा, ‘मेरी बैगी टेस्ट कैप अब तक मुझे दी गई सबसे कीमती कैप है. उन सभी को धन्यवाद, जिन्होंने मेरे रेड-बॉल करियर में भूमिका निभाई और मुझे उस क्रिकेटर के रूप में आकार दिया जो मैं आज हूं. लेकिन अभी एक नई चुनौती इंतजार कर रही है.’
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन की वजह से क्लासेन को 2019 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला था. हालांकि, क्लासेन को वाइट बॉल क्रिकेट का स्पेशलिस्ट माना जाता है. दक्षिण अफ्रीका के लिए चार टेस्ट में हेनरिक क्लासेन ने सिर्फ 13 की औसत से 104 रन बनाए, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 35 रन रहा. हालांकि, वनडे और टी20 में क्लासेन का रिकॉर्ड काफी शानदार रहा है. वह दक्षिण अफ्रीका के लिए वाइट बॉल क्रिकेट खेलते रहेंगे.