देहरादून| शुक्रवार को क्रिकेटर ऋषभ पंत भीषण सड़क हादसे का शिकार हो गए. सुबह करीब साढ़े पांच बजे उनकी कार दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर डिवाइडर से टकरा गई. टकराने के बाद ऋषभ तो विंड स्क्रीन तोड़कर बाहर आ गए, लेकिन गाड़ी में आग लग गई. उन्हें आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया और अब उनकी हालत स्थिर है. हादसे के बाद अफवाह उड़ी कि कुछ लोग उनका सामान लूटकर ले गए हैं.
इस अफवाह का पुलिस ने खंडन किया है. पुलिस का कहना है कि पंत को समय से मैक्स अस्पताल शिफ्ट कराया गया था. प्राथमिक जानकारी मिली थी कि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई है. फिर भी, उन्हें डॉक्टर की निगरानी में रखा गया है.
पुलिस ने कहा कि कुछ चैनल और पोर्टल पर बताया जा रहा कि ऋषभ का कुछ सामान लूट लिया गया है, लेकिन यह गलत जानकारी है. एसपी देहात (रुड़की) के मुताबिक, ऋषभ पंत के एक्सीडेंट के बाद उनके पास से ब्रेसलेट, चेन और कुछ कैश मिला था. सभी चीजों को उनकी मां के सुपुर्द कर दिया है.
बता दें, हादसे के बाद हरियाणा रोडवेज बस के ड्राइवर सुशील कुमार सबसे पहले ऋषभ के पास पहुंचे. सुशील उन्हें जलती कार से दूर ले गए और अस्पताल पहुंचाया. हादसे को लेकर हरिद्वार एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ हादसा हरिद्वार जिले के मंगलोर में सुबह करीब साढ़े पांच बजे हुआ. उन्हें झपकी आ गई थी और वह डिवाइडर से टकरा गए. इसके बाद पंत को रूड़की के सक्षम अस्पताल ले जाया गया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल भेज दिया गया.
एसएसपी ने बताया कि पंत को सिर, पीठ और पैरों में चोट आई हैं. उनकी हालत स्थिर है. ऋषभ पंत की मां को इस हादसे की सूचना दे दी गई है. इस बीच आईसीयू में पंत का इलाज कर रहे डॉक्टर सुशील नागर ने बताया कि पंत को सिर पर और घुटने में चोटें आई है. जब उन्हें अस्पताल लाया गया तब वह पूरी तरह से होश में थे. पंत ने डॉक्टर को बताया कि वह घर जाकर मां को सरप्राइज देना चाहते थे.