टीम इंडिया-ऑस्ट्रेलिया के सेमीफाइनल मैच में मोहम्मद शमी ने ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पी ली, जिस वजह से उत्तर प्रदेश के मौलाना उनसे नाराज हो गए हैं. उनका कहना है कि रमजान चल रहा है और शमी ने रोजा नहीं रखा. वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलते समय ग्राउंड पर ड्रिंक पीते नजर आए थे. उन्होंने जानबूझकर रोजा नहीं रखा है. ये गुनाह है. शरीयत के नजर में वे मुजरिम हैं.
बता दें, चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन हो रहा है. भारत और न्यूजीलैंड के बीच नौ अप्रैल को फाइनल का मुकाबला होगा. फाइनल में दोनों टीमें आपस में भिड़ेंगी. फाइनल का आयोजन पाकिस्तान की बजाए दुबई में होगा. भारत ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में अपनी जगह फिक्स की थी.
बरेली के मौलानाओं ने भारतीय फास्ट बॉलर के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने एक बयान जारी किया. बयान में उन्होंने कहा कि इस्लाम ने रोजे को फर्ज करार दिया है. कोई शख्स अगर जानबूझकर रोजा नहीं रखता है तो वह निहायती गुनाहगार है. रोजा रखना शमी का फर्ज है, बावजूद इसके उन्होंने रोजा नहीं रखा. रोजा न रखकर शमी ने बहुत बड़ा गुनाह किया है. शरीयत की नजर में वे पूर्ण रूप से गुनाहगार हैं. शमी को ये बातें समझना चाहिए. शमी को अपने गुनाहों के लिए माफी मांगनी चाहिए.
बता दें, दुबई में खेले गए इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के मैच से शमी की एक फोटो सोशल मीडिया पर सामने आई. फोटो में वे एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए. मौलाना लोगों ने इसे गलत कहा और उन्होंने कहा कि रमजान के पाक माह में रोजा न रखना गलत है. बाकी मौलाना भी धीरे-धीरे शमी को नसीहत देने में लगे हैं.