शनिवार को हिमाचल प्रदेश क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप के 27वें मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच टक्कर देखने को मिली. ऑस्ट्रेलिया की टीम ने मेगा इवेंट की शुरुआत में दो हार के बाद अपना रंग बदलना शुरू किया.
जीत की हैट्रिक लगाने के बाद कंगारू टीम ने न्यूजीलैंड को टारगेट किया. पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के बाद वर्ल्ड कप में यह दूसरा रोमांचक मुकाबला देखने को मिला. 388 रन का विशाल स्कोर बनाने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया के पसीने छूट गए.
न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और कंगारू टीम को पहले बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित कर दिया था. जिसके बाद येलो आर्मी के ओपनर्स ने कीवी टीम को विकेटों के लिए तरसा दिया. डेविड वॉर्नर ने 81 रन की पारी खेली, दूसरे छोर पर ट्रेविस हेड महज 67 गेंद में 109 रन ठोक गए.
हेड की पारी में 10 चौके और 7 गगनचुंबी छक्के शामिल थे. वहीं, निचले क्रम में मैक्सवेल, जॉश इंग्लिस और कप्तान कमिंस ने भी बहती गंगा में हाथ धोए और 41, 38, 37 रन की तेज पारियां खेल दी. इन पारियों की बदौलत कंगारू टीम ने न्यूजीलैंड के सामने 389 रन का विशाल टारगेट दिया था.
विशाल लक्ष्य के हिसाब से न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी नाजुक नजर आई. लेकिन न्यूजीलैंड के स्टार ऑलराउंडर रचिन रवींद्र ने अपने तूफानी शतक से ऑस्ट्रेलिया की सांसे रोक दी. रवींद्र ने महज 89 गेंद में 116 रन की पारी खेली, जिसमें 9 चौके और 5 छक्के शामिल थे. इसके अलावा डेरिल मिचेल और जेम्स नीशम ने अपने तूफानी अर्धशतकों से कंगारू टीम के छक्के छुड़ा दिए.
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच रोमांच इस कदर था कि मुकाबले का नतीजा आखिरी गेंद पर आया. जेम्स नीशम के तूफानी अर्धशतक ने इस मुकाबले को तराजू पर रख दिया था. न्यूजीलैंड को आखिरी ओवर में जीत के लिए 19 रन की दरकार थी. वहीं, आखिरी की 3 गेंद में टीम को जीत के लिए 9 रन चाहिए थे. लेकिन जेम्स नीशम की पारी यहीं पर समाप्त हो गई. जिसके चलते मुकाबले को ऑस्ट्रेलिया ने 5 रन से जीत लिया.
भले ही इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली. लेकिन कीवी टीम ने वर्ल्ड कप के इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज करा लिया है. वर्ल्ड कप के इतिहास में ये पहली टीम बन गई है जिसने चेज करते हुए 383 रन का स्कोर बनाया है.