शनिवार को टीम इंडिया ने धर्मशाला में खेले गए पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच में इंग्लैंड को पारी और 64 रन से हराकर 5 मैचों की सीरीज 4-1 से जीत ली. रोहित शर्मा एंड कंपनी ने पहला टेस्ट हारने के बाद लगातार 4 टेस्ट मैच जीतकर इतिहास कायम किया.
112 साल बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई टीम सीरीज का पहला टेस्ट हारने के बाद लगातार 4 टेस्ट मैच जीती हो. टीम इंडिया के ऐतिहास प्रदर्शन से बीसीसीआई भी गदगद है. बीसीसीआई ने पांचवां टेस्ट खत्म होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों के लिए खजाना खोल दिया. बोर्ड सचिव जय शाह ने टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए इंसेंटिव का ऐलान किया.
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एक्स डॉट कॉम पर लिखा, ‘ भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों के लिए टेस्ट क्रिकेट इंसेंटिव स्कीम’ की घोषणा करते हुए मुझे खुशी हो रही है. इसका उद्देश्य हमारे एथलीटों को वित्तीय विकास और स्थिरता प्रदान करना है.
2022-23 सीजन से शुरू होकर ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ टेस्ट मैचों के लिए मौजूदा 15 लाख रुपये की मैच फीस के ऊपर एक अतिरिक्त इनाम संरचना के रूप में काम करेगी.’
ये है पूरा गणित
प्रत्येक सत्र में कम से कम 9 टेस्ट मैच हो सकते हैं तो अगर एक खिलाड़ी इनमें से चार टेस्ट खेलता है तो उसे प्रत्येक मैच के लिए 15 लाख रुपये की मौजूदा राशि मिलेगी जबकि रिजर्व खिलाड़ियों को इसका आधा मिलेगा. लेकिन अगर वह कम से कम पांच से छह मैच खेलता है तो शुरुआती 11 में शामिल खिलाड़ी की मैच फीस दोगुनी 30 लाख रुपये तक पहुंच जायेगी जिसमें रिजर्व खिलाड़ियों को प्रत्येक मैच 15 लाख रुपये मिलेंगे.
जैसे ही एक खिलाड़ी एक सत्र में सात या इससे ज्यादा मैच के लिए शुरुआती एकादश में होता है तो उसे प्रत्येक मैच के लिए 45 लाख रुपये की राशि मिलेगी और रिजर्व खिलाड़ियों को 22.5 लाख रुपये मिलेंगे जो अंतिम एकादश में खेलने वाले क्रिकेटर की मौजूदा मैच फीस (15 लाख रुपये) से ज्यादा राशि होगी.