टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच में 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 9 फरवरी से नागपुर के मैदान में होगा, लेकिन उससे पहले कंगारू टीम के पूर्व कप्तान आरोन फिंच ने 7 फरवरी की सुबह अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बता दें कि फिंच ने साल 2022 में ही वनडे फॉर्मेट को अलविदा कह दिया था.
आरोन फिंच की ही कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने साल 2021 में टी20 वर्ल्ड कप को पहली बार अपने नाम किया था. वहीं साल 2015 में जब कंगारू टीम ने वनडे वर्ल्ड कप को अपने नाम किया था तो उस समय भी फिंच टीम का एक अहम हिस्सा थे. स्वाभाविक तौर पर आक्रामक बल्लेबाजी करने वाले फिंच ने अपने 12 साल लंबे करियर में सिर्फ 5 टेस्ट मैच ही खेले हैं.
फिंच ने अपने संन्यास को लेकर जारी बयान में कहा, “मुझे इस बात का एहसास है कि मैं साल 2024 में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाऊंगा. ऐसे में मेरा अब संन्यास लेने का यह बिल्कुल सही समय है, जिससे टीम अपनी आगे की रणनीति पर काम करते हुए किसी और खिलाड़ी को तैयार कर सके.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं इस मौके पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी, अपनी टीम के साथ परिवार और पत्नी का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने हर समय मेरा साथ दिया. वहीं मैं फैंस का भी तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हैं जिनका लगातार सपोर्ट मुझे मिलता रहा. साल 2021 में टी20 वर्ल्ड कप और साल 2015 में वनडे वर्ल्ड कप जीतना मेरे करियर की सबसे शानदार यादें रहेंगी.”
ऑस्ट्रेलियाई टीम को पहली बार अपनी कप्तानी में टी20 वर्ल्ड कप विजेता बनाने वाले आरोन फिंच के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात की जाए तो उन्होंने 146 वनडे मैचों में 38.89 की औसत से कुल 5406 रन बनाए हैं, जिसमें 17 शतकीय पारियां भी शामिल हैं. वहीं फिंच ने 103 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 34.29 के औसत से 3120 रन बनाए हैं, जिसमें 2 शतकीय पारियां शामिल हैं.
इसके अलावा फिंच ने कंगारू टीम के लिए 5 टेस्ट मैच भी खेले हैं लेकिन इसमें वह कुछ अधिक कमाल दिखाने में कामयाब नहीं हो सके. फिंच ने टेस्ट की 10 पारियों में 27.08 के औसत से सिर्फ 278 रन बनाए हैं जिसमें 2 अर्धशतक दर्ज हैं.