भारतीय नौसेना की ओर से अग्निपथ योजना के तहत भर्ती की प्रक्रिया 25 जून से शुरू करने का ऐलान किया गया था, जिसमें अब बदलाव किया गया है. ये प्रक्रिया अब 22 जून से शुरू होगी. वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा है कि इंडियन नेवी का भर्ती कैलेंडर 25 जून के लिए तय किया गया था लेकिन अब यह कल यानि 22 जून से शुरू होगा.
इसके लिए ऑनलाइन पंजीकरण 1 जुलाई से शुरू हो जाएंगे. वाइस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने ये भी कहा है कि डीजी शिपिंग आदेश के अनुसार 4 साल के प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर सीधे मर्चेंट नेवी में जा सकते हैं.
एयर मार्शल एसके झा ने मंगलवार को कहा कि भारतीय वायु सेना में प्रत्येक नामांकन अब केवल ‘अग्निवीर वायु’ के माध्यम से होगा. पहले वर्ष में 2 फीसदी से शुरू करके अग्निवीरों को धीरे-धीरे शामिल किया जा रहा है. पांचवें वर्ष में यह संख्या लगभग 6,000 हो जाएगी और 10 वें वर्ष में लगभग 9,000-10,000 हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना की युद्ध क्षमता और तैयारी पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है. भारतीय वायु सेना और भारत सरकार हमें युद्ध के योग्य बनाने और युद्ध के लिए तैयार रखने के लिए सब कुछ करेंगे.
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी, अतिरिक्त सचिव, सैन्य कार्य विभाग ने योजना को लेकर कहा कि यह हमारे देश की सुरक्षा का मामला है. किसी ने अफवाह फैला दी कि सेना के पुराने जवानों को अग्निवीर योजना में भेजा जाएगा. यह एक फर्जी सूचना है. दुनिया के किसी अन्य देश में भारत के समान जनसांख्यिकीय लाभांश नहीं है.
हमारे 50% युवा 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं. सेना को इसका अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है. सैन्य प्रक्रिया अपरिवर्तित रहेगी, हम एक प्रतिवद्धता लेंगे और उम्मीदवारों को प्रतिज्ञा प्रस्तुत करनी होगी कि वे किसी भी आगजनी/ तोड़फोड़ में शामिल नहीं थे.
उन्होंने ये भी कहा कि अग्निपथ योजना 3 चीजों को संतुलित करती है, पहला सशस्त्र बलों के लिए युवा का प्रोफाइल, तकनीकी जानकारी और सेना में शामिल होने के अनुकूल लोग और तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करना.