शनिवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना हिंद महासागर के सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर रख रही है, जिसमें चीनी नौसेना के जहाजों की आवाजाही भी शामिल है.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि बहुत सारे चीनी जहाज हैं जो हिंद महासागर क्षेत्र में ऑपरेट करते हैं. हमारे पास लगभग 4-6 पीएलए नौसेना के जहाज हैं, कुछ शोध पोत हैं जो काम करते हैं. हम सभी घटनाक्रमों पर कड़ी नजर है.
नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘हमने 341 महिला अग्निवीरों को शामिल किया है. यह पहली बार है जब महिलाओं को रैंक में शामिल किया जा रहा है. हम महिलाओं को अलग से शामिल नहीं कर रहे हैं. उन्हें उनके पुरुष समकक्षों की तरह ही शामिल किया जा रहा है. यह चयन का एक समान तरीका है. वे समान परीक्षणों से गुजरते हैं.
उन्हें जहाजों, एयरबेसों, विमानों पर तैनात किया जाएगा. उन्हें हर चीज के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा जिस तरह एक सामान्य नाविक को प्रशिक्षित किया जाता है. प्रशिक्षण में कोई अंतर नहीं आने वाला है. हम एक लैंगिक-तटस्थ बल बनने पर विचार कर रहे हैं जहां हम केवल व्यक्ति की क्षमता देखते हैं.
नौसेना प्रमुख ने कहा कि विश्वसनीय प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखना किसी भी सशस्त्र बल, खासकर नौसेना का काम है. इसे प्राप्त करने के लिए, हमें वास्तव में कम सूचना पर नुकसान के रास्ते में जाने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है. एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि नौसेना समुद्री क्षेत्र में भारत के राष्ट्रीय हितों की “रक्षा, संरक्षण और प्रचार” के लिए तैयार है.