हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को निकाय चुनाव में भी बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा है. राज्य के 10 नगर निगमों से बीजेपी ने 9 सीटों पर जीत दर्ज की गई. जबकि एक नगर निगम में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है.
बता दें कि 2 मार्च को हुए हरियाणा निकाय चुनाव के वोटों की गिनती बुधवार (12 मार्च) को की गई. इस चुनाव में भी बीजेपी का प्रदर्शन शानदार रहा, जबकि कांग्रेस इस चुनाव में भी बुरी तरह से हार गई. जहां बीजेपी ने 10 नगर निगमों से 9 पर जीत दर्ज की तो वहीं कांग्रेस एक नगर निगम में भी चुनाव नहीं जीत पाई.
बीजेपी ने 9 नगर निगमों में हासिल की जीत
हरियाणा की 10 नगर निगम में से 9 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस सभी नगर निगमों में हार गई है. वहीं मानेसर नगर निगम में निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की है. खबर लिखे जाने तक पांच नगर परिषदों और 23 नगर पालिकाओं में वोटों की गिनती जारी थी. वहां भी ज्यादातर जगहों पर बीजेपी उम्मीदवार ही आगे चल रहे हैं. निगर निगम चुनाव में कांग्रेस की बुरी स्थिति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि कांग्रेस विधायक और पहलवान विनेश फोगाट के विधानसभा क्षेत्र जुलाना की नगर पालिका में भी बीजेपी ने जीत हासिल की है.
इन नगर निगमों में जीती बीजेपी
बीजेपी ने हरियाणा की जिन 10 में से 9 नगर निगमों में जीत हासिल की है, उनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, करनाल, रोहतक, सोनीपत, पानीपत शामिल हैं. जबकि एक मात्र नगर निगम मानेसर में निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. वहीं कांग्रेस का पूरी तरह से सूपड़ा साफ हो गया है.
पानीपत नगर निगम के लिए रविवार को हुआ था चुनाव
बता दें कि हरियाणा में नगर निगम चुनाव के लिए 2 मार्च को मतदान हुआ था, लेकिन पानीपत में 9 मार्च यानी रविवार को वोटिंग हुई थी. पानीपत नगर निगम के महापौर एवं 26 पार्षदों के चुनाव के लिए रविवार को वोट डाले गए थे. जबकि दो मार्च को सात नगर निगमों गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल और यमुनानगर के महापौर तथा वार्ड सदस्यों के लिए मतदान हुआ था. वहीं अंबाला और सोनीपत में महापौर पदों के लिए उपचुनाव और 21 नगर निगम समितियों में अध्यक्षों, वार्ड मेंबर्स के चुनाव के लिए भी मतदान 2 मार्च को हुआ था.