सोमवार को सुबह से शाम तक रुक रुककर बूंदाबांदी होती रही। 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस गिर गया। दिसंबर में मौसम में ऐसा उतार-चढ़ाव कभी-कभी ही दिखाई पड़ता है। कभी ठंड का अहसास होता है, कभी गर्मी लगने लगती है। दिन में घरों और दफ्तरों में पंखे भी चलते हैं। कहीं लोग गर्म कपड़ों में दिखते हैं, कहीं बिना गर्म कपड़ों के। मौसम के इस मिजाज को विज्ञानी भी पढ़ रहे हैं। बताते हैं कि यह उतार चढ़ाव जलवायु परिवर्तन का असर है। इसके नुकसान भी हैं।
शनिवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। यह सामान्य से डेढ़ डिग्री ज्यादा था। न्यूनतम तापमान 14 था। यह सामान्य से 4.1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह सामान्य से 4.5 डिग्री ज्यादा था। न्यूनतम 15 था। यह भी सामान्य से 3.5 डिग्री ज्यादा रहा।
मौसम में गर्मी बढ़ी तो पहाड़ से हवाएं मैदान की ओर आ गईं। ज्यादा बारिश होने की संभावना नहीं है, लेकिन दिसंबर का मौसम पहले जैसा नहीं रहा। इसका दूर तक प्रभाव पड़ेगा।