31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी की भारतीय गठबंधन के साथ महारैली होगी, जिसमें विपक्ष अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच पर आएगा। इस महारैली को लेकर तीन स्तरीय योजना बनाई गई है, जिसमें मंडल स्तर पर 2600 पोलिंग स्टेशनों पर टीमें तैयार की गई हैं।
दरवाजे से दरवाजे तक पहुँचने वाली महारैली के जबान पर ताज़ा संविदा बसा है। विपक्ष ने कहा है कि ‘इंडिया गठबंधन’ का मुकाबला देश के अन्य बड़े मुद्दों के साथ है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी ने विपक्ष के आशावाद को साबित किया है, जिसे उन्होंने ‘लोकतंत्र बचाओ’ के नारे में प्रकट किया है।
इस रैली में किसान, मजदूर संगठनों की बड़ी भागीदारी होगी, जो अपने अधिकारों की रक्षा के लिए उतरेंगे। राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन, उद्धव ठाकरे, शरद पवार, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, चंपई सौरेन, भगवंत मान, डेरेक ओब्रॉय, डीएमके, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, सीता राम येचुरी, डी राजा, दीपांकर और जी देवराजन जैसे प्रमुख नेता इस महारैली में उपस्थित होंगे, जिन्होंने तानाशाही के खिलाफ एकजुट होकर लोकतंत्र की रक्षा का आह्वान किया है।