दिल्ली में मंगलवार सुबह से तेज हवा चलने के कारण धूल उड़ी और वायु गुणवत्ता पर काफी असर पड़ा और इसके साथ दृश्यता घटकर 1,000 मीटर तक रह गई।
बता दे कि मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विज्ञानियों ने धूल उड़ने के पीछे पिछले पांच दिन से उत्तरपश्चिम भारत में भीषण गर्मी, बारिश न होने के कारण सूखी मिट्टी और आधी रात से ही तेज हवा के संयोजन को जिम्मेदार ठहराया।
इसी के साथ आईएमडी के क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि सुबह 30-35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। दिन में हवा की गति कम हो जाएगी जिससे धूल के कण मिट्टी में बैठ जाएंगे।
बता दे कि आईएमडी के पर्यावरण निगरानी और अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वी के सोनी ने कहा, ‘‘धूल की सघनता कई गुना बढ़ गयी है। पीएम10 सांद्रता सुबह चार बजे 140 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से बढ़कर सुबह आठ बजे 775 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गयी है। यह इलाके में तेज हवाओं के कारण हुआ।
बताया जा रहा है कि धूल जल्द ही नीचे बैठ जाएगी।” दिल्ली में पिछले चार दिन से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया।
हालांकि शाम तक आंशिक रूप से बादल छाने तथा बहुत हल्की बारिश होने से थोड़ी राहत मिल सकती है।