बुधवार को दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने नोएडा के एक स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली दिल्ली की छात्रा की खुदकुशी मामले में विभागीय जांच के आदेश दिए. सिसोदिया ने कहा कि छात्रा ने कथित रूप से शैक्षणिक दबाव के कारण मंगलवार को खुदकुशी की. उन्होंने कहा कि प्राथमिकी में लड़की के परिजनों ने छात्रा के साथ उत्पीड़न का आरोप लगाया है.
परिवार वालों के अनुसार 16 मार्च को छात्रा का रिजल्ट आया था, जिसमें वह दो विषयों में फेल थी. रिजल्ट आने के बाद से ही छात्रा तनाव में रहती थी और अचानक बुधवार को छात्रा ने यह कदम उठा लिया. छात्रा के इस तरह मौत को गले लगाने के बाद उसके पिता का कहना है कि पिछले दिनों स्कूल के दो टीचर्स ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी.
स्कूल में हुई इस घटना के बारे में छात्रा ने खुद को पिता को बताया था, जिसके बाद उन्होंने स्कूल में शिकायत दर्ज कराई थी. पिता का कहना है कि स्कूल में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी टीचर्स के खिलाफ किसी तरह का एक्शन नहीं लिया.
नोएडा में 9वीं कक्षा की छात्रा के साथ स्कूल में हुई छेड़छाड़ के बाद आत्महत्या के मामले में विरोध गुरुवार (22 मार्च) को भी जारी है. गुरुवार सुबह से ही एल्कॉन स्कूल के बाहर लोगों का प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शन के दौरान लोगों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बच्ची के लिए इंसाफ की मांग की. वहीं, बच्ची के पिता ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए बच्ची के पिता ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले को 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है लेकिन पुलिस अधिकारियों ने अब तक एक भी आरोपी को हिरासत में नहीं लिया है. बच्ची के पिता ने कहा, ‘क्या पुलिस किसी के दवाब में है या फिर रिश्वत लेकर काम कर रही हैं.’
No arrests have been made yet. Do they think my daughter lied about harassment by teachers? Is the Police under pressure or did they take bribes? I want justice & a CBI probe to be done: Father of 15-year-old Ahlcon Public School student who committed suicide. pic.twitter.com/7PTCEMPTOy
— ANI (@ANI) March 22, 2018
वहीं, स्कूल में आने वाले किसी अन्य बच्चों को परेशानी ना हो इसके लिए पहले ही स्कूल के बाहर पुलिस फोर्स का पहरा लगा हुआ है. बता दें कि इस मामले की जांच के लिए पुलिस पहले ही सीसीटीवी फुटेज खंगाल चुकी है और दो शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चुकी है.
नोएडा सेक्टर 24 के एसएचओ अखिलेश त्रिपाठी ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कॉन्स्टेबल क्लर्क निरपेंदर को गलत IPC धाराओं के तहत केस दर्ज करने के चलते सस्पेंड किया गया है.